लाहौल-स्पीति की आड़ में फर्जी बुकिंग, रोहतांग के नाम पर दलाली

punjabkesari.in Tuesday, Jun 19, 2018 - 11:40 AM (IST)

मनाली (सोनू): रोहतांग दर्रे में पर्यटकों को बर्फ का दीदार करना चुनौती भरा हो गया है। दर्रे में भेजने के नाम पर मनाली में लूट मची हुई है। उपमंडल अधिकारी मनाली कार्यालय के इर्द-गिर्द दलाल घूमते रहते हैं और मौका मिलते ही बर्फ दिखाने को लेकर सैलानियों को भारी चूना लगा रहे हैं। एन.जी.टी. के आदेशानुसार हालांकि प्रशासन ऑनलाइन परमिट प्राप्त 400 डीजल इंजन और 800 पैट्रोल इंजन वाहनों को ही रोहतांग जाने की अनुमति दे रहा है लेकिन लाहौल और लेह के लिए 800 वाहनों को ऑनलाइन परमिट प्राप्त करने की व्यवस्था है जबकि ऑनलाइन परमिट खत्म हो जाने के बाद एस.डी.एम. कार्यालय में भी कुछ एक वाहनों को परमिट दिए जा रहे हैं।


हैरानी की बात यह है कि डेढ़ हजार के लगभग वाहन मनाली से लाहौल और लेह के नाम से जा तो रहे हैं लेकिन 80 प्रतिशत वाहन रोहतांग दर्रे से ही वापस आ रहे हैं। प्रशासन ने शर्त रखी है कि लाहौल में बुकिंग करने के बाद ही सैलानी परमिट प्राप्त कर सकते हैं। इसी शर्त का फायदा उठाते हुए कई दलाल सैलानियों को फर्जी होटल बुकिंग की स्लिप देकर मनमाने दाम वसूल रहे हैं। एस.डी.एम. कार्यालय में सुबह से शाम तक लाहौल व लेह के लिए परमिट प्राप्त करने वालों की भीड़ लगी रहती है। सोमवार को भी सैंकड़ों सैलानी एस.डी.एम. कार्यालय में लाइन में खड़े दिखे। केलांग के व्यवसायी टशी व आशा ने बताया कि पिछले 4 दिनों से गाडिय़ों की संख्या बढ़ी है और लाहौल में करीबन 70 फीसदी ऑक्यूपैंसी चल रही है।  


लाहौल में रात को सिर्फ 2000 सैलानियों के ठहरने की ही व्यवस्था
गौरतलब है कि लाहौल के सभी होटलों में कुल मिलाकर 600 बिस्तरों की ही व्यवस्था है तथा स्थानीय युवाओं द्वारा करीबन 400 टैंटों की व्यवस्था की गई है। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार लाहौल घाटी में चंद्रताल से लेकर सरचू तक होटलों व टैंटों में 2 हजार सैलानी ही ठहर सकते हैं। अगर लाहौल-स्पीति व लेह के नाम पर परमिट लेने वाले सभी वाहन रोहतांग दर्रा पार कर घाटी में दस्तक देते हैं तो उन्हें न तो रहने की व्यवस्था होगी और न ही खाने की। सैलानियों को फर्जी बुकिंग स्लिप देने वाले दलाल पर प्रशासन लगाम नहीं लगा पा रहा है।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Ekta

Recommended News

Related News