छात्रों के भविष्य से खिलवाड़, बिना मान्यता 10 साल से चल रहा निजी स्कूल

punjabkesari.in Tuesday, Jun 19, 2018 - 11:04 AM (IST)

धर्मशाला: शिक्षा विभाग से बिना मान्यता प्राप्त किए संचालित होने वाले स्कूलों की संख्या थमने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे 3 प्राइवेट स्कूलों के नाम सामने आए हैं जो काफी लंबे समय से बिना मान्यता के चल रहे हैं। 3 स्कूलों में से एक प्राइवेट स्कूल नूरपुर का बताया जा रहा है जो पिछले 10 साल से बिना मान्यता के ही विद्यार्थियों को शिक्षा दे रहा है। 2008 के बाद उक्त स्कूल ने मान्यता ही नहीं ली। इसके अलावा 2 अन्य स्कूल कांगड़ा क्षेत्र के बताए जा रहे हैं जिन्हें भी 3-5 साल मान्यता प्राप्त किए हो गए हैं। शिक्षा विभाग द्वारा उक्त स्कूल की मान्यता रद्द करने व जुर्माना डालने के लिए निदेशक प्रारंभिक शिक्षा विभाग को पत्र लिखेगा। मान्यता नवीकरण के लिए शिक्षा विभाग के पास प्राप्त आवेदनों में यह बात सामने आई है। जानकारी के अनुसार कांगड़ा में निजी विद्यालयों को मान्यता नवीनीकरण के लिए आवदेन करने को कहा गया है जिसके चलते कांगड़ा के प्राइवेट स्कूल मान्यता नवीनीकरण के लिए आवेदन कर रहे हैं। संबंधित प्राईवेट स्कूलों की फाईल जब विभाग के पास पहुंची तो पता चला कि नूरपुर क्षेत्र का एक स्कूल तो पिछले 10 सालों से बिना मान्यता प्राप्त किए ही शिक्षा दे रहा है जो शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है। 

 

मान्यता लेना जरूरी
निजी विद्यालय चाहे सी.बी.एस.सी., एच.पी. बोर्ड या आई.सी.एस.ई. बोर्ड से मान्यता प्राप्त हों, सभी को मान्यता नवीकरण के लिए आवेदन करना होगा। उन्होंने कहा कि जो निजी विद्यालय आवेदन नहीं करेंगे उनकी मान्यता रद्द की जाएगी। पहली से आठवीं कक्षा वाले सभी निजी माध्यमिक/उच्च/वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों को अपने आवेदन उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा धर्मशाला के कार्यालय में संपूर्ण दस्तावेजों के साथ जमा करवाने होंगे। उन्होंने बताया कि मान्यता प्राप्त करने के लिए शिक्षा का अधिकार अधिनियिम 2009 के मानकों को पूर्ण करना होगा। मान्यता प्राप्ति के बिना कोई भी निजी शिक्षण संस्थान अपने स्कूल में छात्रों को प्रवेश नहीं दे सकेगा।

 

मान्यता नवीनीकरण की तिथि बढ़ी
वहीं शिक्षा विभाग की ओर मान्यता नवीनीकरण की तिथि को बढ़ा दिया है। अब प्राइवेट स्कूल 22 जून तक मान्यता के नवीनीकरण के लिए आवेदन कर सकते हैं। पहले यह तिथि 18 जून तक बताई गई थी लेकिन अब उसे 22 जून तक बढ़ा दिया है। कांगड़ा प्राथमिक शिक्षा विभाग के उप निदेशक दीपक किनायत ने कहा कि बिना मान्यता के स्कूलों का संचालन किया जा रहा है। सोमवार को भी ऐसे 3 प्राईवेट स्कूल सामने आए हैं। नूरपुर का एक स्कूल जिसने 2008 के बाद मान्यता ही प्राप्त नहीं की। मान्यता नवीनीकरण की तिथि को 4 दिन और बढ़ा दिया गया है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

kirti

Recommended News

Related News