ज्यादा जीने की इच्छा हो तो तेज गति से चलें

punjabkesari.in Sunday, Jun 03, 2018 - 06:03 PM (IST)

मेलबर्नः चहलकदमी की रफ्तार बढ़ा कर आप अपने जीवन के कुछ सालों को और बढ़ा सकते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि जल्दी मौत के खतरे को तेज गति से चलने से बहुत हद तक कम किया जा सकता है। हल्की चहलकदमी की तुलना में औसत गति की चाल किसी भी कारण से होने वाली मौत में 20 प्रतिशत तक कमी करती है जबकि तेज गति से चलने से इस खतरे को 24 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।  

एक नए अध्ययन के मुताबिक, चाल की गति के प्रभाव को बुजुर्गों में ज्यादा स्पस्ट तौर पर देखा गया। औसत गति से चलने वाले 60 साल या उससे ज्यादा उम्र के व्यक्तियों में दिल संबंधी बीमारियों से होने वाली मौत के जोखिम में 46 प्रतिशत कमी दर्ज की गई वहीं तेज चलने वालों में यह कमी 53 प्रतिशत रही।

ऑस्ट्रेलिया की यूनिर्विसटी ऑफ सिडनी के एमैनुएल स्टैमाटाकिस ने कहा,  आम तौर पर तेज गति यानि प्रति घंटे पांच से सात किलोमीटर चलना चाहिए। हालांकि यह चलने वाली की सेहत के स्तर पर भी निर्भर करता है। इसका एक वैकल्पिक सूचक यह है कि ऐसी गति से चलें जिससे रुकने पर आपकी सांस फूले या आपको पसीना आए।  यह अध्ययन ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोट््र्स मेडिसिन में प्रकाशित हुआ है।      


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Isha

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