अन्नदाता पर गालियों की बौछार करने वाले BJP नेता को दिखाया गया पार्टी से बाहर का रास्ता

punjabkesari.in Saturday, May 26, 2018 - 07:30 PM (IST)

उज्जैन : एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी को गांव गरीब और किसानों की पार्टी बताते हुए नहीं थकते हैं वहीं दूसरी ओर उनके बीजेपी के मंत्री ही किसानों पर गालियों की बौछार करते नजर आ रहे हैं। ताजा उदाहरण उज्जैन में देखने को मिला है। यहां पर बीजेपी नेताओं का बड़बोलापन प्रदेश में शिवराज सरकार की किरकिरी करा रहा है। भारतीय किसान मोर्चा उज्जैन के मंत्री हाकम सिंह का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें उन्होंने अन्नदाता को जमकर कोसा है। वीडियो में हाकम सिंह ने किसानों पर निशाना साधते हुए एक के बाद एक कई भदृदी गालियां निकाली हैं। किसानों को गाली देते हुए उन्होंने कहा कि किसान को जितना शिवराज सरकार ने दिया है, उतना आज तक किसी भी पार्टी ने नहीं दिया है। हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने हाकम सिंह को पार्टी की सभी पदो से हटाते हुए उनकी प्राथमिक सदस्यता भी खत्म कर दी।

अपने बड़बोलेपन में हाकम सिंह ने किसानों को बेइमान के अलावा चोर तक बना डाला। हद तो यह हो गई उन्होंने अपने निशाने पर पूरी किसान जाति पर वार करते हुए इन्हें झूठा भी घोषित कर ​दिया। हाकम सिंह ने इसके अलावा भी कई बातें कहीं है ​जिन्हें आप वीडियो के माध्यम से सुने तो बेहतर है। यह तो तय है कि किसानों के खिलाफ बीजेपी मंत्री के जहर उगलते इन शब्दों को सुनकर आपको हैरानी जरूरी होगी। उन्होंने कहा कि किसानों को जूते मारने चाहिए क्योंकि किसान जूते खाने के ही लायक है। हाकम सिंह ने कहा कि हम सीएम के साथ हैं और 1 जून को किसान क्या कर लेंगे ये हम देख लेंगे।

 


वहीं, बीजेपी नेता का वीडियो सामने आने के बाद से ही इस पर राजनीति शुरु हो गई है। कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव ने ट्वीट कर भाजपा नेता के इस बयान की कड़ी निंदा की है। उन्होंने ट्वीटर के माध्यम से लिखा है कि किसान सबसे ज्यादा बेईमान जाति हो गई है,  खुलेआम चोरी और भ्रष्टाचार कर रहे है। इन्हें मारो। ऐसी सोच है भाजपा और उनके नेताओं के किसानों के बारे में। कथित किसानपुत्र मुख्यमंत्री शिवराज जी इस पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त करने की कृपा करेंगें।

एक तरफ सीएम शिवराज और पूरी बीजेपी सरकार इस प्रयास में लगी है कि कैसे किसानों के असंतोष को कम किया जाए। 1 जून से 10 जून तक होने वाले किसान आंदोलन को कैसे शांत कर भाजपा के पक्ष में माहौल बनाया जाए। लेकिन, भाजपा की कोशिश के बीच उन्हीं के ही मंत्री का ऐसा बयान सामने आना पार्टी के मंसूबों पर पानी फेरने जैसा साबित हो सकता है। बहरहाल देखना ये होगा कि पार्टी के दिग्गज इस बयान पर अपनी क्या प्रतिक्रिया देते हैं।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

prashar

Recommended News

Related News