पशुपालन विभाग में सामने आया लाखों का घोटाला, तत्कालीन कैशियर पर गिरी गाज

punjabkesari.in Thursday, May 24, 2018 - 09:52 PM (IST)

सोलन: उपनिदेशक पशुपालन कार्यालय सोलन में करीब 69 लाख रुपए का घोटाला सामने आया है। इस मामले में अभी एक कैशियर को निलम्बित किया जा चुका है, जबकि कुछ एक अधिकारियों पर भी गाज गिरना लगभग तय है, जिनके समय में कार्यालय में वित्तीय अनियमितता हुई है। यह मामला वर्ष 2016 से जनवरी, 2018 के बीच का है। मजेदार बात यह है कि मामला उजागर होने के बाद आरोपी कैशियर ने करीब 57.92 लाख रुपए की राशि जमा भी कर दी है। इससे स्पष्ट है कि मामले में कुछ गड़बड़ जरूर है। विभाग ने इस पूरे मामले की रिपोर्ट सरकार को भेज दी है।


एक योजना का पैसा दूसरी में किया प्रयोग
यही नहीं, विभाग ने मामले का खुलासा होते ही इसकी जांच के लिए सहायक वित्त नियंत्रक की अगुवाई में एक जांच कमेटी भी बनाई, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर फिलहाल तत्कालीन कैशियर (जिसके समय में यह अनियमितता हुई) को निलम्बित किया जा चुका है। सूत्रों का कहना है कि सरकार की विभिन्न योजनाओं में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताएं हुई हैं। एक योजना का पैसा दूसरी तथा दूसरी का तीसरी में प्रयोग किया गया। इस प्रकार से वित्तीय गड़बड़ी को अंजाम देकर सरकारी खजाने को करीब 69 लाख रुपए की चपत लगाई गई है। कई योजनाओं में किसानों का शेयर भी विभाग के खाते में जमा नहीं हुआ है।


ऐसे हुआ मामले का खुलासा
मामले का खुलासा तब हुआ जब सोलन कार्यालय द्वारा पशु चिकित्सा उपकरणों की करीब 35 लाख रुपए की पेमैंट के लिए बैंक खातों की जांच की गई। बैंक में विभाग के कार्यालय में उतना पैसा जमा नहीं था, जितना ऑफिस के रिकार्ड के मुताबिक होना चाहिए था। उपनिदेशक  कार्यालय ने इसकी सूचना निदेशक को दी और उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए सहायक वित्त नियंत्रक की अगुवाई में एक टीम जांच के लिए सोलन भेजी। जांच टीम ने प्रारम्भिक जांच में पाया है कि कार्यालय में वर्ष 2016 से यह वित्त घोटाला चला हुआ है और अधिकारियों को इस मामले की भनक तक नहीं लगी। इसको लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं।


इन योजनाओं में हुईं अनियमितताएं
1. गर्भित पशु आहार योजना।
2. बैकयार्ड पोल्ट्री योजना।
3. राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत 40 वितरण योजना।
4. 5000 ब्रायलर चूजा योजना (60:40)।
5. बी.पी.एल. बकरी पालन योजना (60:40)।
6. 60 प्रतिशत अनुदान पर मेंढ़ा वितरण योजना।
7. उत्तम पशु पुरस्कार योजना। 


क्या कहते हैं विभाग के अधिकारी
पशुपालन विभाग के निदेश डा. स्वदेश चौधरी ने बताया कि उपनिदेशक पशुपालन कार्यालय सोलन में वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आया है। इस मामले में एक कैशियर को निलम्बित किया जा चुका है, जो उस समय सोलन कार्यालय में कार्यरत था। सहायक वित्त नियंत्रक की अगुवाई में जांच कमेटी बनाई गई, जिसकी रिपोर्ट प्रदेश सरकार को भेज दी है। हालांकि इस मामले में अब पैसा जमा भी हो गया है।


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Vijay

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