गर्मी के तल्ख तेवर से बिजली की हालत पतली, मचा हाहाकार

punjabkesari.in Wednesday, May 23, 2018 - 06:13 PM (IST)

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में तापमान में दिनोदिन हो रही बढ़ोत्तरी के बीच बिजली संकट भयावह रूप धारण करने लगा है। मांग और आपूर्ति के बीच बढते अंतर के अलावा स्थानीय गड़बड़ियों में निरंतर इजाफे से समूचे राज्य में बिजली को लेकर हाहाकार मचा हुआ है।
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राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास से सटे पार्क रोड,हजरतगंज, माल एवन्यू में आज सारा दिन बिजली की लुकाछिपी का खेल जारी रहा वहीं घनी आबादी वाले अमीनाबाद,चौक, नक्खास,बाजार खाला में बिजली को लेकर बिजली कर्मचारियों और जनता के बीच नोकझोंक देखने को मिली। बिजली विभाग के अनुसार गर्मी के साथ विद्युत भार में अप्रत्याशित वृद्धि हुयी है जिसके चलते लाइन फाल्ट में इजाफा हुआ है। कानपुर,अलीगढ, इटावा, वाराणसी और कन्नौज समेत राज्य के अधिसंख्य क्षेत्रों में बिजली को लेकर हाहाकार मचा हुआ है।
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कानपुर के चमनगंज इलाके के निवासी अब्दुल कयूम ने कहा कि रमजान के महीने में बिजली की लुकाछिपी के चलते क्षेत्र में पानी की समस्या विकट हो गयी है जिससे रोजेदारों को मुश्किलों का सामना करना पड रहा है। बेकनगंज, डिप्टी का पडाव, तलाक मोहाल,गोविंदनगर और जवाहर नगर में बिजली कर्मचारियों को लेकर स्थानीय नागरिकों के आक्रोश का सामना करना पड़ा।

उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के सूत्रों के अनुसार तापमान में बढोत्तरी बिजली की समस्या के विकराल हुयी है। पनकी को छोड कर राज्य सरकार के अधीन चार तापीय बिजलीघर पूरी क्षमता से काम कर रहे हैं। आज सुबह सात बजे 2630 मेगावाट विद्युत उत्पादन क्षमता वाले अनपरा ताप बिजलीघर में 2357 मेगावाट बिजली का उत्पादन हुआ जबकि ओबरा में 342 मेगावाट, पारीछा में 609 मेगावाट और हरदुआगंज ताप बिजलीघर में 481 मेगावाट विद्युत का उत्पादन हुआ।

उन्होंने कहा कि गर्मी के कारण सूबे में बिजली की मांग पीक आवर्स में बढकर 14 हजार मेगावाट के करीब पहुंच गयी है। केन्द्रीय सेक्टर से कोटे की बिजली मिलने के बावजूद मांग और आपूर्ति में करीब 1200 मेगावाट का अंतर रहा जिसके कारण कुछ इलाकों में बारी बारी बिजली की कटौती की गई। 


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Tamanna Bhardwaj

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