निपाह वायरस- केरल में अब तक 11 की मौत, 2 अन्य की वायरस से मौत की पुष्टि नहीं
punjabkesari.in Wednesday, May 23, 2018 - 02:35 PM (IST)
कोझिकोड: जानलेवा निपाह वायरस ने अब तक 11 लोगों की जान ले ली है और कोझिकोड के विभिन्न अस्पतालों में इससे पीड़ित 15 लोगों का उपचार चल रहा है। आधिकारिक सूत्रों ने आज बताया कि वायरस से पीड़ितों में 12 कोझिकोड मेडिकल कालेज में भर्ती हैं। इन मरीजों में चार वार्ड, दो गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू)और छह निगरानी में हैं। एक पीड़ित का इलाज मालाबार इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस. एक निगरानी में और एक बेबी मेमोरियल अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है।
नर्स के पति को सरकारी नौकरी
केरल सरकार ने पीड़ितों के उपचार से वायरस के चपेट में आने से मौत का शिकार हुईं नर्स लिनी (31) के पति को सरकारी नौकरी देने की पेशकश की है। लिनी जिले के पेरांबुरा तालुक अस्पताल में कार्यरत थीं और इस वायरस के पीड़ितों का उपचार कर रही थी जहां वायरस के चपेट में आने से उनकी पिछले दिनों मृत्यु हो गई।
मल्ल्पुरम के 21 वर्षीय छात्र को तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वह हाल ही में कोझिकोड में अपने गृहनगर गया था। वायनाड़ में एक व्यक्ति का इलाज चल रहा है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने इससे पहले दिन में संवाददाताओं को बताया कि निपाह वायरस के कारण 10 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने आज यहां संवाददाताओं को बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को केरल में वायरस फैलने के बारे में सूचित किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने कहा कि केंद्र इस समस्या से निपटने के लिए राज्य को हरसंभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है। दो व्यक्तियों की आज सुबह मृत्यु हो गई। उनके वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। मंत्री ने बताया कि नर्सिंग सहायक 28 वर्षीय लिनी की भी इस वायरस के संपर्क में आने के कारण कल मौत हो गई।
इस बीच, केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने कहा कि राज्य सरकार निपाह वायरस से निपटने के लिए सभी कदम उठा रही है। उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट पर कहा, ‘‘एहतियात बरता जाए और सतर्क रहने की जरुरत है। हड़बड़ाने की जरूरत नहीं है।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके संज्ञान में आया है कि वायरस के संबंध में सोशल मीडिया पर एक अभियान चलाया गया है जिससे खलबली पैदा हो रही है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है और उन्होंने हर किसी से ऐसे अभियानों से दूर रहने का अनुरोध किया। इससे ना केवल हड़बड़ाहट पैदा होगी बल्कि यह केरल के हितों के भी खिलाफ है।
वायरस संक्रमण के परीक्षण के लिए 18 नमूने भेजे गए थे जिनमें से 12 में संक्रमण की पुष्टि हुई। इनमें से दस लोगों की मौत हो गई। शैलजा ने कहा कि अभी जिनेवा में मौजूद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने उन्हें फोन किया और राज्य में हालात के बारे में पूछा तथा केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया। नेशनल सेंटर फोर डिजीज कंट्रोल का एक विशेषज्ञ दल पहले ही केरल में है। मंत्री ने बताया कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली का एक उच्च स्तरीय दल आज कोझीकोड मेडिकल कॉलेज आया और उसने डॉक्टरों को दिए प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि सभी जिलों में निगरानी बढ़ा दी गई है।
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