आईएनएस तारिणी गोवा हार्बर पहुंची , रक्षा मंत्री ने किया स्वागत
punjabkesari.in Tuesday, May 22, 2018 - 05:33 AM (IST)
नेशनल डेस्कः छोटी पाल नौका में समुद्र के रास्ते दुनिया का चक्कर लगाने के साहसिक और विरले अभियान पर निकली नौसेना की जांबाज महिला अफसरों का दल आज गोवा र्हार्बर पहुंच गया और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने इनका स्वागत किया। इस दल में लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जामवाल, पी स्वाति और लेफ्टिनेंट ए विजया देवी, बी एश्वर्य तथा पायल गुप्ता शामिल हैं। इनके अभियान को नाविका सागर परिक्रमा नाम दिया गया है। यह अभियान देश में नारी शक्ति को बढावा देने की सरकार की योजना का हिस्सा है।
इस मौके पर सीतारमण ने कहा कि उन्हें इस समय काफी फख्र महसूस हो रहा है और तरिणी की टीम ने जो हासिल किया है वह साबित करता है कि ये लड़कियां नहीं हासिल कर रही हैं बल्कि देश की युवा पीढ़ी हासिल कर रही है और देश की महिलाओं ने साबित कर दिखाया है अगर वे कुछ करना चाहती हैं तो उससे आखिरकार हासिल कर सकती हैं और उनके लिए सब संभव है।
करना पड़ा कई मुश्किलों का सामना
इस अवसर पर लेफ्टिनेंट कमांडर जोशी ने कहा कि हमें अपनी यात्रा करने से काफी पहले से ही पता था कि यह अभियान काफी चुनौतीपूर्ण और भयभीत करने वाला है और हमें अपने अभियान के दौरान अनेक मुश्किलों का सामना करना पड़ा था लेकिन इनका सामना करते हुए हमारे भीतर एक नई ताकत का संचार हुआ । हमारे बीच के घनिष्ठ संबंधों ने इस कठिन समय को बिताने में काफी मदद की और इतने लंबे समय तक दूर रहने के बाद अब सभी का परिजनों से मिलने का एक सुखद मौका है।
अभियान दल ने समुद्र के रास्ते अपने आठ महीने चले अभियान के दौरान आस्ट्रेलिया के फ्रेमन्टाइल, न्यूजीलैंड के लेटिल्टन से पोर्ट स्टेनली (फाल्कलैंड), दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन और मारिशस होते हुए पांच चरणों में अपना अभियान पूरा किया है। दल ने पांच देशों, चार महाद्वीपों और तीन महासागरों को पार करते हुए कुल 21 हजार 600 समुद्री मील का सफर तय किया।
किया साहसिक कारनामा
भूमध्य रेखा क्षेत्र से भी अभियान दो बार गुजरा। इस दौरान दल ने 41 दिन प्रशांत सागर में बेहद कठिन मौसम में गुजारे। उन्होंने 60 समुद्री मील प्रति घंटे की रफ्तार से हवा तथा 7 मीटर ऊंची लहरों को मात देते हुए लंबी दूरी तय की है। दल ने बेहद प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करते हुए समुद्र का माउंट एवरेस्ट कहे जाने वाले दुर्गम समुद्री क्षेत्र केप हॉर्न में तिरंगा लहरा कर उसे पार किया था। यह पहला मौका है जब नौसेना की महिला अधिकारियों ने समुद्र के रास्ते विश्व परिक्रमा पूरी करने का साहसिक कारनामा किया है। देश में ही बनी छोटी पाल नौका आईएनएस तारिणी पर सवार लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी के नेतृत्व में छह अधिकारियों के इस दल को रक्षा मंत्री ने गत 10 सितंबर को गोवा से रवाना किया था।
पीएम मोदी ने दी बधाई
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समूची दुनिया की समुद्री यात्रा करने वाले भारतीय नौसेना के महिला दल सोमवार को बधाई दी। आईएनएसवी तारिणी नामक नौका पर सवार होकर आठ महीने में धरती का चक्कर लगाने के बाद छह सदस्यीय महिला टीम गोवा पहुंची। नाविका सागर परिक्रमा नामक इस यात्रा की शुरुआत पिछले साल 10 सितंबर को शुरू हुई थी। इस अभियान के चालक दल में सभी सदस्य महिला थीं।
मोदी ने ट्वीट किया कि आईएनएसवी तारिणी के भारतीय नौसेना के महिला दल को नाविका सागर परिक्रमा पूरी करने पर हार्दिक बधाई। देश लौटने पर आपका स्वागत है। समूचे देश को आप पर गर्व है।
Heartiest congratulations to Indian Navy's all-women crew of INSV Tarini for completing the Navika Sagar Parikrama, their mission to circumnavigate the globe. Welcome home. The entire nation is proud of you! #WelcomeHomeTarini pic.twitter.com/z3asFZSzmc
— Narendra Modi (@narendramodi) May 21, 2018
लेफ्टिनेंट कमांडर र्वितका जोशी के नेतृत्व वाले चालक दल में लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जामवाल और स्वाति पी तथा अन्य सदस्यों में लेफ्टिनेंट ऐश्वर्या बुद्दापति , एस विजया देवी और पायल गुप्ता शामिल थीं।