डायबिटीज से बचना है तो जरूर करें ये 8 काम

punjabkesari.in Sunday, May 20, 2018 - 03:41 PM (IST)

डायबिटीज की समस्या : दुनिया में करोड़ों लोग डायबिटीज से पीड़ित है। इस रोग को नियत्रंण में रखकर इसका असर सीमित किया जा सकता है। अनियंत्रित रहने पर डायबिटीज की वजह से नेत्रहीनता, गुर्दों की खराबी, दिल के रोग और अन्य कई तरह के हंभीर बीमारियों हो सकती हैं। डायबिटीज की पुष्टि होने से पहले के समय को प्रो-डायबिटीज कहा जाता है। इश दौरान खून में शुगर लेवल अधिक हो जाती है लेकिन इतनी अधिक नहीं होता कि डॉक्टर उसे डायबिटीज कह सकें।

हाल ही में हुए शोध के अनुसार, प्री-डायबिटीड के स्तर पहुंचने वाले करीब 70 प्रतिशत लोग डायबिटीज का शिकार हो जाते हैं लेकिन फिर भी इससे बचा जा सकता है। जींस या उम्र का तो कुछ नहीं किया जा सकता है। हालांकि स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर और इससे खतरे के प्रति जागरूक रहने का मतलब है कि आप प्रो-स्टेज पर पहुंचकर भी डायबिटीज को होने से रोक सकते हैं या फिर इस स्टेज से बाहर भी आ सकते हैं।
 

1. शुगर या रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स से परहेज
शुगर या रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स का सेवन डायबिटीज के खतरे को बढ़ा देता है। शरीर उन्हें लगातार तोड़ता है, जिस दौरान शुगर के सूक्ष्म कण खून में मिल जाते हैं। इससे  ब्लड शुगर बढ़ता है, जिससे पैंक्रियाज को इंसुलिन पैदा करने का संकेत मिलता रहता है। इंसुलिन ही वह हार्मोन है जो शूगर को शरीर की कोशिकाओं में समाने में मदद करता है।
प्री-डायबिटीज से ग्रस्त लोगों के शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन की कार्यवाई की प्रतिरोधी हो जाती है। ऐसे में खून में शूगर का स्तर बढ़ जाता है। इसकी पूर्ति करने के लिए पैंक्रियाज अधिक इंसुलिन बनाने लगती है ताकि वह खून में शूगर स्तर को कंट्रोल कर सके। ऐसा अधिक होने पर खून में शूगर और इंसुलिन दोनों का अधिक स्तर आम हो जाता है। ऐसा होना और भी ज्यादा खराब होता है। इससे टाइफ 3 डायबिटीड का जन्म होता है।

2. व्यायाम करें
नियमित व्यायाम करने से यह रोग दूर रहता है। वर्कआउट, एरोबिक और कार्डियो ट्रेंनिग करने से शरीर में कोशिकाओं की संवेदनशीलता बढ़ती है, जिससे डायबिटीज का खतरा कम होता है।
 

3. खूब पानी पीएं
सही मात्रा में पानी पीने के कई फायदे है लेकिन शूगर पेयों में पोषक तत्वों की कमी होती है। सोडा, जूस या स्क्वैश जैसी ट्रिंक भी डायबिटीज का खतरा बढ़ाती है। एक अध्ययन के अनुसार,  रोजाना 2 बार ज्यादा मीठी ड्रिंक का सेवन टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा 20 प्रतिशत तक बढ़ा देता है।
 

4. वजन कम करें
मोटापे से हर व्यक्ति को प्री-डायबिटीज और डायबिटीज नहीं होती लेकिन मोटापे से इसका खतरा बढ़ जाता है। अक्सर प्री-डायबिटीज के कारण लोगों के पेट की चर्बी अधिक होती है। इस तरह की फीलतू चर्बी से सरूजन और इंसुलिन प्रतिरोधकता बढ़ती है, जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।
 

5. धूम्रपान छोड़ें
एक अध्ययन के अनुसार, धूम्रपान करने वाले लोगों में डायबिटीज का खतरा ऐसा न करने वालों की तुलना में 20 प्रतिशत ज्यादा होता है। वहीं, घूम्रपान छोड़ने वाले लोगों में डायबिटीज की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है।
 

6. कम करें प्रोसेस्ड फूड का सेवन
प्रोसेस्ड फूड का सेवन सेहत के लिए हानिकारक होता है। रिफाइंड तेल, चीनी, नमक, रिफाइंड अनाज और सैचुरेटिड फैट से युकित भोजन का कम से कम सेवन करना चाहिए। डायबिटीज खान-पान की गलत आदतों के कारण भी हो सकता है। एक अध्ययन के अनुसार, प्रोसेस्ड फूड का अधिक सेवन डायबिटीज का खतरा 30 प्रतिशत तक बढ़ा देते हैं।
 

7. चाय-कॉफी का सेवन
रोजाना चाय या कॉफी पीने से डायबिटीज का खतरा 8 से 54 प्रतिशत तक कम हो जाता है। चाय या कॉफी में पोलीफेनोल्स नामक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो डायबिटीज का खतरा कम करते हैं।
 

8. खाएं जड़ी-बूटी और मसालें
हल्दी में करक्यूमिन नामक एक तत्व होता है, जो सूजन दूर करने में मदद करता है। हल्दी का इस्तेमाल दवाइयां बनाने के लिए क्या जाता है लेकिन यह डायबिटीज की रोकथाम करने में भी मददगार होता है। वहीं दूसरा खास तत्व बेबेंराइन कई सारी जड़ी बूटियों से मिलता है। चीन में इसका काफी इस्तेमाल किया जाता है। दवाइयों के लिए इस्तेमाल होना वाली यह जड़ी-बूटी भी डायबिटीज के खतरे को कम करती है।


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