गुड़िया केस: अब सांसद शांता कुमार ने खड़े किए CBI जांच पर कई सवाल

punjabkesari.in Friday, Apr 27, 2018 - 10:01 AM (IST)

पालमपुर (भृगु): गुड़िया प्रकरण में सी.बी.आई. जांच पर लोकसभा सांसद शांता कुमार ने कई प्रश्न खड़े किए हैं। ऐसे में उन्होंने सी.बी.आई. और सरकार से यह मांग की है कि इस जांच पर एक बार फिर से पूरी पड़ताल कर ली जाए। शांता ने कहा है कि इस केस के संबंध में सी.बी.आई. ने एक चरानी को असली गुनहगार कहा है। यदि सचमुच केवल वही गुनहगार है तो लंबे अर्से के बाद इस अपराध की गुत्थी को सुलझाने के लिए उन्होंने सी.बी.आई. को बधाई दी है परंतु यदि गुनहगार अब भी बच गया है तो यह एक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक घटना होगी। उन्होंने कहा है कि एक साधारण चरानी को बचाने के अपराध के लिए हिमाचल पुलिस के आई.जी. समेत 8 अधिकारियों को जेल में रखा गया। 


हिमाचल प्रदेश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ। एक चरानी को बचाने के लिए पुलिस की हवालात में बंद एक गवाह की हत्या पुलिस द्वारा ही करवाई गई। यह बात भी किसी के गले से नहीं उतर रही है। पूरे प्रशासन की विश्वनीयता दाव पर है। उन्होंने कहा है कि इस अपराध में हिमाचल पुलिस के प्रमुख अधिकारी पकड़े गए जो अभी तक जेल में हैं। कहीं ऐसा तो नहीं कि उन्होंने सभी प्रकार की गवाही के तथ्यों को इस प्रकार से समाप्त कर दिया है कि असली अपराधी को पकड़ा न जा सके। उन्होंने कहा कि पूरे देश में छोटे बच्चों से अपराध बढ़ रहे हैं। 1916 में इन अपराधों की संख्या 86 प्रतिशत बढ़ी है। प्रतिदिन इस प्रकार के समाचारों से सबका सिर शर्म से झुक जाता है। 


दिल्ली के निर्भया कांड के बाद लोगों के गुस्से के सैलाब, सरकार की सक्रियता और वर्मा आयोग की रिपोर्ट के बाद ऐसा लगा था कि ये अपराध रुक जाएंगे परंतु अपराध तेज गति से बढ़ रहे हैं। निश्चित रूप से इसका एक बड़ा कारण प्रशासन और पुलिस की लापरवाही और अयोग्यता भी है। शांता ने कहा है कि गुड़िया कांड में हिमाचल पुलिस पर से लोगों का विश्वास उठा। सी.बी.आई. ने जांच की। यदि यह जांच भी लोगों की विश्वनीयता प्राप्त न कर सकी तो न्याय के लिए लोग कहां जाएंगे। 


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