चीन की यात्रा पर रवाना होने से पहले बोले PM मोदी, वैश्विक मुद्दों पर होगी बात
punjabkesari.in Thursday, Apr 26, 2018 - 04:32 PM (IST)
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन की दो दिवसीय यात्रा पर आज रवाना हो रहे हैं जहां वे चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ अनौचारिक शिखर वार्ता में हिस्सा लेंगे। इस दौरान दोनों पक्ष द्विपक्षीय, अंतर्राष्ट्रीय एवं आपसी हितों से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगे। पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनपिंग के बीच 27 और 28 अप्रैल को चीन के वुहान शहर में शिखर बैठक होगी। चीन की यात्रा पर रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘मैं चीन के वुहान की यात्रा पर जा रहा हूं जहां 27-28 अप्रैल को चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ अनौपचारिक शिखर बैठक होगी।’’
I will be visiting Wuhan, China on 27-28 April 2018 for an Informal Summit with Mr. Xi Jinping, President of the People's Republic of China.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 26, 2018
कई मुद्दों पर होगी बात
मोदी ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति शी और मैं द्विपक्षीय और वैश्विक महत्व के विविध विषयों पर व्यापक चर्चा करेंगे और विचारों का आदान प्रदान करेंगे। हम अपनी अपनी दृष्टि और राष्ट्रीय विकास के बारे में प्राथमिकताओं पर चर्चा करेंगे जिसमें खास तौर पर वर्तमान एवं भविष्य के अंतर्राष्ट्रीय दृश्य के विषय शामिल होंगे।’’ मोदी ने कहा कि इसमें भारत-चीन संबंधों के सामरिक और दीर्घकालिक पहलु के संदर्भ में समीक्षा की जाएगी।
चौथी बार चीन जा रहे पीएम
वर्ष 2014 में सत्ता में आने के बाद मोदी की यह चौथी चीन यात्रा होगी। वह 9 और 10 जून को क्विंगदाओ शहर में होने जा रहे एससीओ शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भी चीन जा सकते हैं। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी के बीच की इस शिखर वार्ता को अनौपचारिक कहा गया है। ऐसा इसलिए कि इस वार्ता के दौरान किसी समझौते पर दस्तखत नहीं होगा। कोई साझा बयान जारी नहीं होगा और शिष्टमंडल स्तर की भी बातचीत जैसा मामला नहीं होगा। ये मौक़ा दोनों देशों के प्रमुखों के बीच अनौपचारिक सीधी आपसी बातचीत का होगा।
President Xi and I will exchange views on a range of issues of bilateral and global importance. We will discuss our respective visions and priorities for national development, particularly in the context of current and future international situation.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 26, 2018
डोकलाम विवाद के कारण दोनों देशों के संबंधों में आए खटास को दूर करने के लिए हाल के समय में दोनों पक्षों ने कई कदम उठाए हैं। इस दिशा में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल ने चीन की यात्रा की थी। इसके बाद, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज आठ देशों के शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की दो दिवसीय बैठक में हिस्सा लेने के लिए चीन गई थी। इसी दौरान रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण भी चीन के दौरे पर पहुंची हैं।