बिजली की तारों से निकली चिंगारी ने खेला आग का तांडव, 20 कनाल भूमि पर फसल जलकर राख

punjabkesari.in Wednesday, Apr 25, 2018 - 06:39 PM (IST)

गगरेट: गगरेट के दियोली गांव में बिजली की तारों से निकली एक चिंगारी ने एक किसान की मेहनत पर पानी फेरते हुए करीब 20 कनाल भूमि पर खड़ी गेहूं की फसल को स्वाह कर दिया। गनीमत यह रही कि घटनास्थल पर पहुंचे कुछ स्थानीय लोगों ने आग को फैलने से रोक लिया अन्यथा सैंकड़ों कनाल भूमि पर खड़ी गेहूं की फसल स्वाहा होने के साथ कई रिहायशी मकान भी इसकी चपेट में आ सकते थे। पीड़ित किसान के साथ प्रत्यक्षदॢशयों ने आग लगने का कारण बिजली की तारों में हुआ शार्ट सॢकट ही बताया। गगरेट पुलिस ने पीड़ित किसान के बयान दर्ज कर आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी है।
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पक्षियों के बैठने से झुक गईं तारें
बता दें कि वीरवार को जब दियोली गांव में कई किसान अपनी फसल समेटने में लगे थे तो किसान नरेन्द्र शर्मा द्वारा बीजी गई गेहूं की फसल के ऊपर से गुजर रही बिजली की तारों पर कुछ पक्षी आकर बैठे। उस समय थोड़ी हवा भी चल रही थी और पक्षियों के बैठने से तारें थोड़ा झुक गईं और नीचे की तार से टकरा गईं। इससे तारों से अचानक चिंगारियां निकलीं और आकर सीधी गेहूं की खड़ी फसल पर गिरीं। देखते ही देखते गेहूं की सूखी खड़ी फसल जलने लगी। जब तक लोग कुछ समझ पाते कि चल रही तेज हवाओं ने आग को आगे बढऩे में मदद की और कुछ ही पल में 20 कनाल भूमि पर खड़ी गेहूं की फसल जलकर स्वाह हो गई। 
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कुछ लोगों की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा 
गेहूं के खेत में आग लगते ही एक स्थानीय उद्योग के कर्मचारी व वार्ड पंच गुरदीप सिंह आग पर काबू पाने के लिए कूद गए और उन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद आग को आगे फैलने से रोका अन्यथा सैंकड़ों कनाल भूमि पर खड़ी गेहूं की फसल के साथ कई रिहायशी मकान भी चपेट में आ सकते थे। 


बिजली की तारों में स्पेसर होते तो टल सकता था हादसा
ग्राम पंचायत उपप्रधान अनिल डढवाल ने बताया कि खेत के ऊपर से गुजर रही बिजली की तारों में बिजली विभाग द्वारा अगर स्पेसर लगाए होते तो शायद तारें आपस में न टकरातीं और यह हादसा टल सकता था। उन्होंने इसे बिजली विभाग की बड़ी लापरवाही बताते हुए कहा कि जिस प्रकार स्पेसर लगाने में बिजली विभाग द्वारा लापरवाही बरती जा रही है इससे क्षेत्र के लोग मौत के साए में जीने को मजबूर हैं। समय रहते विभाग जहां जरूरत है वहां स्पेसर लगाए ताकि भविष्य में ऐसे हादसे रोके जा सकें। 


आपदा के समय के साथी 100 नम्बर व 101 नम्बर हांफे 
जिस समय यह हादसा हुआ उस समय कुछ लोगों ने पुलिस व अग्निशमन विभाग की सेवाएं लेने के लिए 100 नम्बर व 101 नम्बर पर फोन मिलाए लेकिन काफी मशक्कत के बाद भी जब यह नम्बर नहीं मिले तो अविनाश विद्रोही ने एस.पी. ऊना को फोन किया तो भाजपा नेत्री लक्ष्मी जरियाल ने अम्ब पुलिस थाना फोन कर मदद मांगी। हैरानी की बात यह थी कि गगरेट पुलिस थाना का नम्बर 240355 भी नहीं मिला। बाद में पता चला कि अब पुलिस थाना का नम्बर 240141 हो गया है। 


50 हजार रुपए का नुक्सान 
पुलिस थाना गगरेट के प्रभारी अमरीक सिंह ने बताया कि स्थानीय लोगों के बयान के अनुसार आग लगने का कारण बिजली की तारों में शार्ट सर्किट होना पाया गया। इस अग्निकांड में करीब 50 हजार रुपए का नुक्सान आंका गया है। पुलिस ने रपट दर्ज कर ली है। 


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Vijay

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