अक्षय तृतीयाः 11 साल बाद बनेगा 'महा सिद्धि योग', होंगे मालामाल

punjabkesari.in Wednesday, Apr 25, 2018 - 03:16 PM (IST)

महालक्ष्मी का प्रिय दिन अक्षय तृतीया इस वर्ष 18 अप्रैल को पड़ रहा है। 11 साल बाद इस दिन महा सिद्धियोग बनेगा।  24 घंटे के सर्वार्थ सिद्धि योग में हर तरह का मांगलिक कार्य किया जा सकता है। व्यापारियों के लिए तो यह दिन तरक्की की रफ्तार बढ़ाने वाला है। वैदिक मान्यता के अनुसार इस दिन जो महिला-पुरूष विवाह बंधन में बंधते हैं, उनकी जोड़ी सदा सलामत रहती है। देवी लक्ष्मी के पूजन से स्थिर लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। किसी भी तरह के मांगलिक कार्य, विवाह, गृह निर्माण, गृह प्रवेश, देव प्रतिष्ठा, व्यापार आरंभ, मुंडन संस्कार आदि के लिए शुभ मुहूर्त देखने की आवश्यकता नहीं होती। 18 अप्रैल की सुबह तृतीया तिथि 4.47 बजे से आरंभ हो जाएगी और रात 3.03 बजे तक रहेगी। इस दौरान किसी भी तरह की खरीदारी और शुभ काम किए जा सकते हैं। कभी न खत्म होने वाली सुख-समृद्धि का आशीर्वाद इस दिन प्राप्त किया जा सकता है।


इन चीजों का करें दान 
अक्षय तृतीया का त्यौहार ग्रीष्म ऋतु में आता है इसलिए इस दिन ठंडी चीजों का दान करना चाहिए जैसे जौ, गेहूं, चने, दही, चावल, खिचड़ी, गन्ना अथवा उसका रस, ठंडाई, दूध और दूध से बने हुए पदार्थ, सोना, वस्त्र, जल अथवा जल से भरा घड़ा आदि दान करें। 


पूजन विधि
शास्त्रानुसार अक्षय तृतीया को अनंत-अक्षय-अक्षुण्ण फलदायक माना गया है। सुबह उठकर नित्यकर्म से निवृत होने के बाद शांत चित्त होकर विधि-विधान से श्री हरी विष्णु का मां लक्ष्मी सहित पूजन करें। भगवान विष्णु का दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर अभिषेक करें। अगर यह अभिषेक मन से किया जाए तो मां लक्ष्मी प्रसन्न हो जाती हैं और आपको धन से मालामाल कर देती हैं। लक्ष्मीनारायण की पूजा सफेद और पीले फूलों से करने पर हर मनोकामना पूर्ण होती है।


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Niyati Bhandari

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