हरियाणा की मंडियों में नहीं बिक सकेगा दूसरे राज्यों का गेंहू, प्रदेश के सभी बार्डर सील

punjabkesari.in Wednesday, Apr 25, 2018 - 11:15 AM (IST)

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी):  हरियाणा की मंडियों में अब नहीं बिक सकेगा साथ लगते राज्यों का गेंहू, इस के मद्देनजर प्रदेश के सभी बार्डर सील कर दिए गए है। इस तरह की धांधली में आढ़तियों के लाइसेंस भी कैंसिल किए गए है। इस बात का दावा खाद्य, नागरिक आपूर्ति एंव उपभोगता विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रामनिवास भी कर रहे है।

प्रदेश की मंडियों में लम्बे समय से बाहरी गेंहू के बिकने की सुचना मिल रही थी। जिस पर संज्ञान लेते हुए खाद्य एंव आपूर्ति विभाग ने उत्तर प्रदेश के साथ लगते जिलों की मंडियों का औचक निरक्षण किया और धांधली पाए जाने पर कई आढ़तियों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए।

इस विषय पर ज्यादा जानकारी देते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि इन दिनों प्रदेश की मंडियों में गेंहू की खरीद सरकार द्वारा की जा रही है। इस समय प्रदेश के साथ लगते राज्यों में भी गेंहू की फसल तैयार है। जिसको लेकर बार्डर के साथ लगते जिलों की मंडियों में बाहरी गेहूं आने की संभावना होती है।

इसके मद्देनजर करनाल , तरावड़ी , सोनीपत , पलवल और घरोंडा की मंडियों में चैकिंग अभियान चलाया गया था। इस अभियान में करनाल की मंडी में पंजाब का बारदाना और पलवल, सोनीपत व तरावड़ी  में बाहरी गेहू मिलने की पुष्टि होने पर वहां के आढ़तियों के लायसेंस रद्द किए गए है।

राममनिवास ने प्रदेश की मंडियों में गेहू की आवक के बारे में बताते हुए कहा कि सरकार ने किसानों के हित को देखते हुए सभी आवश्यक प्रबन्द कर लिए है। किसानों को किसी तरह की कोई भी परेशानी न आए इस बात का खासतौर पर ख्याल रखा जा रहा है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले दिनों हुई बारिश की वजह से गेहूं में नमी आ गई थी और खरीद रोक दी गयी थी। लेकिन अब सभी जगह खरीद का कार्य सही ढंग से चल रहा है। अब तक पूरे प्रदेश में 70 लाख टन गेंहू की खरीद की जा चुकी है और यह खरीद 80 लाख टन तक पहुंचने का अनुमान है। प्रदेश में बाहरी राज्यों का गेहूं न आ सके इस लिए कुछ दिनों के लिए बार्डर सील कर दिए गए है और समय-समय पर अधिकारियों द्वारा चेकिंग भी की जा रही है।
 


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Rakhi Yadav

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