लकड़ी और कोयले का काम करने वाला पहले बना 'आसाराम बापू' और फिर रेपिस्ट
punjabkesari.in Wednesday, Apr 25, 2018 - 01:42 PM (IST)
नई दिल्ली: एक और जहां हमारा देश आधुनिकता की और बढ़ रहा है वहीं दूसरी तरफ आज भी लोग अंधभक्ति के चंगुल में फंसे हुए है। भक्तों पर अंधभक्ति की पट्टी कुछ ऐसी बंधी है कि वो अपने इन गुरूओं की सच्चाई तक नहीं पहचानते। गुरू द्वारा ओढ़े गए शराफत के चोले ने इंसानों को इतना अंधा बना दिया है कि वो सही और गलत में फर्क ही नहीं समझ पा रहे है। इसी सूची में वैसे तो कई सारे बाबा और धर्म गुरू शामिल है आज हम जानें आसाराम बापू के बारे में जो पिछले पांच साल से जोधपुर की जेल में नाबालिग बच्ची के साथ रेप करने के आरोप में बंद है। कल यानी 25 अप्रैल को उनकी सजा को लेकर सुनवाई भी होने वाली है। हालांकि एक वक्त ऐसा भी था जब बापू से मिलने के लिए उनके अनुयायी लंबी कतारों में कई घंटे तक इंतजार किया करते थे।
पाकिस्तान से अहमदाबाद आया था आसाराम का परिवार
आसाराम का परिवार अहमदाबाद में रहता है लेकिन मूल रुप से वो पाकिस्तान के सिंध में रहते थे। आसाराम का असली नाम असुमल थाउमल हरपलानी था। भारत पाकिस्तान के बटवांरे के बाद उनका परिवार अहमदाबाद आकर बस गया था।
पिता की मौत के बाद किया लकड़ी और कोयले का कारोबार
आसाराम के जीवन पर छपी किताबों के अनुसार जब आसाराम का परिवार पाकिस्तान से अमदाबाद आया तब उनके पिता लकड़ी और कोयले का कारोबार करते थे। जल्द ही आसाराम के पिता की मौत हो गई थी। पिता की मौत के बाद आसारम ने अपना घर संभालने के लिए पढ़ाई छोड़ दी। आसाराम ने तीसरी कक्षा तक ही पढ़ाई की है। कुछ दिन तक लकड़ी और कोयले का काम किया लेकिन इस काम में भई आसाराम का ज्यादा दिन तक मन नहीं लगा तो ये काम भी छोड़ दिया।
15 साल की उम्र में छोड़ा घर
आसाराम ने महज 15 साल की उम्र में घर छोड़ दिया और भारुच के एक आश्रम में रहने लगे। यहां उन्होंने लीलाशाह नाम के एक स्पिरिचुअल गुरू से दीक्षा ली। इसके बाद ही असुमल थाउमल हरपलानी का नाम आसाराम पड़ा। कहा तो ये भी जाता है कि उनकी शादी लक्ष्मी नाम की लड़की से तय हो गई थी शादी तय होने के 8 दिन पहले ही वो घर छोड़कर भार गये थे। हालांकि बाद में उन्होंने शादी की।
करोड़ो की सपत्ति के मालिक है आसाराम
आसारम के संत बनने के बाद लाखों लोग उनके अनुयायी बने। आम जनता से लेकर वीवीआईपी तक आसारम के भक्त रहे। कई बड़े नेता जैसे उमा भारती रमन सिंह भी इस सूची में शआमिल है। इनके अलावा अशोक गहलोत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आसाराम को बहुत मानते है। साल 2016 जून में आयकर विभाग ने आसारम की 2300 करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति के बारे में खुलासा किया था। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि उनकी 400 ट्रस्ट है जिसकी मदद से वो अपनी पूरे कारोबार पर नजर रखते है।
जानें आसाराम पर लगे आरोप की पूरी कहानी
बता दें कि यूपी के सहारनपुर की एक नाबालिक लड़की के साथ आसाराम बापू पर जोधपुर आश्रम में यौन उत्पीड़न करने का आरोप है, जिसके बाद उन्हें 2013 में गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद आसाराम को इंदौर से जोधपुर जेल में लाया गया। इस बीच भक्तों और पुलिस के बीच झड़प का सिलसिला कई बार चला। जिसको ध्यान में रख कर प्रशासन अभी से अलर्ट है