इंस्टीट्यूट नहीं बनने से खफा डाक्टर ने मोदी से मांगी इच्छामृत्यु

punjabkesari.in Tuesday, Apr 24, 2018 - 01:58 PM (IST)

चंडीगढ़ः 40 लाख रुपए जेब से देने के बावजूद पी.जी.आई में हॉस्पिटल इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट नहीं बनने से खफा डॉ. जेसी मेहता ने इच्छा मृत्यु मांगी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख उन्होंने कहा कि पी.जी.आई. में मैडीकल सुविधाओं की बढ़ोतरी और लाखों लोगों के फायदे के लिए वह इंस्टीट्यूट बनवाना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने अपनी जिंदगी का एक दशक कुर्बान कर दिया। खुद से 40 लाख भी खर्चे। पर बार-बार सिर्फ आश्वासन ही दिया गया। इस पत्र का पीएमओ ने भी संज्ञान लेते हुए पीजीआई को पत्र लिखकर पूछा है कि मंजूरी के बावजूद इंस्टीट्यूट क्यों नहीं बनाया जा रहा।

 

पी.जी.आई के इंजीनियरिंग विभाग से रिटायर हो चुके डॉ. जेसी मेहता पूर्व व वर्तमान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री तक का दरवाजा भी खटखटा चुके हैं, लेकिन सब जगह निराशा हाथ लगी। पी.जी.आई डायरेक्टर से भी मुलाकात की। एक कमेटी बनी थी, जिसके चेयरमैन वीएम कटोच थे। उन्होंने भी इसे मंजूरी दे दी थी। डॉ. मेहता ने बताया कि 2007 में इसके लिए ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन की रिपोर्ट पी.जी.आई को दी गई थी। इसके बाद फाइनल को मंजूरी 2011 में दी गई, लेकिन उसके बाद से काम ठप पड़ा है। इंस्टीट्यूट के लिए अलग से इमारत की जरूरत भी नहीं है और वहीं की फैकल्टी ने वहां आकर पढ़ाना है इसके बावजूद काम नहीं हुआ। इससे निराश श्री मेहता ने इच्छामृत्यु की मांग की है।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Punjab Kesari

Recommended News

Related News