पिता सीमा पर दुश्मनों के खिलाफ डटा,बेटे ने पाया यह मुकाम

punjabkesari.in Tuesday, Apr 24, 2018 - 12:44 PM (IST)

होशियारपुर(जैन): जम्मू-कश्मीर के अखनूर सैक्टर के बट्ठल बॉर्डर, जहां से पाकिस्तान केवल 500 मीटर की दूरी पर है, में दुश्मन पर टकटकी लगाए बैठे हवलदार बलबीर सिंह के बेटे लवजोत ने पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड के +2 साइंस ग्रुप में राज्य भर में 5वां स्थान हासिल कर पूरे जिले को गौरवान्वित किया है।

 

ट्रिपल एम पब्लिक स्कूल होशियारपुर के इस मेधावी छात्र ने 95.33 प्रतिशत अंक हासिल किए। पंजाब केसरी के साथ बातचीत में गांव पथियाल निवासी लवजोत ने बताया कि दोपहर 1 बजकर 40 मिनट पर स्कूल के एम.डी. प्रो. मनोज कपूर ने जैसे ही उन्हें टैलीफोन कर यह सूचना दी, मैं खुशी के मारे उछल पड़ा। लवजोत की मम्मी राजकमल ने कहा कि मेरे बेटे की मेहनत रंग लाई। 

स्कूल से आकर 8 घंटे चलती थी स्टडी
बातचीत के दौरान लवजोत ने कहा कि वह स्कूल से आकर 8 घंटे स्टडी करता था। इसके लिए उसे देर रात तक बैठना पड़ता। उसका कहना था कि वह प्रतियोगी परीक्षा नीट की तैयारी को ज्यादा तरजीह दे रहा था लेकिन बावजूद इसके वाहेगुरु की असीम कृपा व मम्मी-पापा के आशीर्वाद से मैंने इस परीक्षा में भी सम्मानजनक स्थान हासिल किया। 

परिस्थितियां अनुकूल न होने के बावजूद दिखाया जलवा
लवजोत के पापा बलबीर सिंह मातृ भूमि की रक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात रहते हैं। मां राजकमल ही अपने दोनों बच्चों की पढ़ाई की निगरानी करती है। आर्थिक तौर पर भी यह परिवार मध्य वर्गीय है। ज्यादातर देखने में आया है कि बच्चे पिता के डर से ही पढ़ाई करते हैं लेकिन सारी परिस्थितियां अनुकूल न होने के बावजूद लवजोत ने अपनी काबलियत का जलवा दिखा डाला।

हार्ट स्पैशलिस्ट बनना है लक्ष्य
लवजोत के जीवन का लक्ष्य हार्ट स्पैशलिस्ट डाक्टर बनना है। उसने कहा कि नीट परीक्षा के पश्चात देश के बेहतरीन मैडीकल कालेज में दाखिल लेना फिलहाल उसका टार्गेट है। उसका यह भी कहना है कि ग्रामीण इलाकों में डाक्टरी सुविधा न होने के कारण गरीब लोग बेहद परेशान होते हैं। मेरी इच्छा है कि मैं गांवों के ऐसे गरीब लोगों को सेहत सुविधाएं प्रदान करूं। 

शिक्षकों का रहा बेहतरीन मार्गदर्शन
इस अपार सफलता का श्रेय लवजोत ने अपने शिक्षकों प्रो. मनोज कपूर, ओ.पी. शर्मा व एस.के. शर्मा को दिया। ट्रिपल एम स्कूल प्रबंधक कमेटी की अध्यक्षा श्रीमती सुदेश रानी कपूर व प्रिं. रीना कपूर ने इसे स्कूल की बहुत बड़ी उपलब्धि करार दिया। लवजोत ने कहा कि स्कूल में उसके शिक्षक प्रो. मनोज कपूर व अन्य प्राध्यापक हमेशा उसे आगे बढऩे के लिए प्रेरित करते रहे। उनके बेहतरीन मार्गदर्शन के चलते ही आज मैं यह मुकाम हासिल कर सका हूं। घर में मौजूद लवजोत के बुजुर्ग नाना रूप सिंह, नानी हरबंस कौर व लवजोत की छोटी बहन भी फूले नहीं समा रहे थे। उनके घर में आज दोपहर से ही बधाई देने वाले लोगों का तांता लगा हुआ है।


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swetha

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