गत वर्ष टॉपर रहने वाला जिला गुरदासपुर खिसका 21वें स्थान पर

punjabkesari.in Tuesday, Apr 24, 2018 - 11:57 AM (IST)

गुरदासपुर (विनोद): बेशक जिला गुरदासपुर के शिक्षा अधिकारी जिले में शिक्षा के सुधार संबंधी दावे कर रहे हैं, परंतु 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम ने उन्हें आईना दिखा दिया है। गत वर्ष टॉपर रहने वाला जिला इस बार 21वें स्थान पर खिसकगया है। परीक्षा में बैठे कुल 23,589 छात्रों में से 11,022 ही पास हो सके हैं। जिले का परीक्षा परिणाम इस वर्ष 46.73 प्रतिशत बताया जा रहा है, जबकि गत वर्ष जिला गुरदासपुर में 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 75 प्रतिशत से अधिक था। कुछ दिन पहले तक पंजाब की शिक्षा मंत्री जिला गुरदासपुर की थीं जिनका विभाग अब बदल दिया गया है तथा उन्हें ट्रांसपोर्ट विभाग सौंपा गया है।

सिर्फ पढ़ाई करने वाले छात्र ही हुए उत्तीर्ण
इस संबंधी कुछ स्कूलों के प्रबंधकों ने अपना नाम गुप्त रखने के आश्वासन पर जो बताया यह बहुत ही आश्चर्यजनक है। शिक्षा विभाग में ऐसा भी हो सकता है यह शायद किसी के ध्यान में न हो। उनके अनुसार इस बार जो 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम गुरदासपुर जिले का आया है, वह देखा जाए तो शुद्ध सोने की तरह है, क्योंकि इस बार नकल पर रोक लगी हुई थी जिससे केवल वे छात्र ही पास हुए हैं जिन्होंनेे पढ़ाई की थीं जबकि नकल के सहारे पास होने वाले छात्रों में से अधिकतर परीक्षा बीच में ही छोड़ गए थे।

नकल के लिए था बदनाम, बाहरी जिलों से भी आते थे छात्र
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला गुरदासपुर में कुछ स्कूलों द्वारा 10वीं तथा 12वीं कक्षा में पास कराने की गारंटी के साथ प्रवेश दिया जाता था, जिस कारण गुरदासपुर के अतिरिक्त अन्य जिलों से आए छात्र भी 10वीं व 12वीं कक्षा में प्रवेश लेकर नकल के सहारे पास हो जाते थे। कहा जा रहा है कि कुछ प्राइवेट व सरकारी शिक्षण संस्थाओं में लुधियाना, होशियारपुर, जालन्धर, अमृतसर, बठिंडा आदि जिलों के छात्र प्रवेश लेते थे और केवल परीक्षा देने के लिए ही आते थे व नकल के सहारे पास भी हो जाते थे तथा परीक्षा पास का सर्टीफिकेट उन्हें मोटी राशि देकर मिलता था।

उक्त धंधे के कारण जिला गुरदासपुर अत्यधिक बदनाम होने के कारण इस बार परीक्षा केन्द्रों में नकल नाम की कोई चीज दिखाई नहीं दी। प्रतिदिन परीक्षा केन्द्रों पर फ्लाइंग स्क्वायड आने के कारण अधिकतर परीक्षा केन्द्रों में नकल का क्रम जीरो रहा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Punjab Kesari

Recommended News

Related News