किरण बाला मामलाः हनी ट्रैप से जोड़कर देख रही हैं खुफिया एजैंसियां

punjabkesari.in Monday, Apr 23, 2018 - 07:26 AM (IST)

होशियारपुर(अमरेन्द्र): लाहौर में धर्मांतरण कर आमना बीबी बन मुस्लिम युवक के साथ शादी करने वाली गढ़शंकर की रहने वाली 3 बच्चों इंद्रजीत कौर, अर्जुन व गुरमुख सिंह की मां किरण बाला अभी भी पाकिस्तान से लौट आए तो हम उसे सहर्ष स्वीकार करने को तैयार हैं।यहां पर उसके तीनों बच्चे मां के लौटने का इंतजार कर रहे हैं। यह मार्मिक शब्द किरण बाला के ससुर तरसेम सिंह ने मीडिया व पूर्व सांसद अविनाश राय खन्ना के समक्ष कहे।  दूसरी तरफ होशियारपुर में तमाम पुलिस अधिकारियों ने इस मामले में रहस्यमय हालात में जहां चुप्पी साध रखी है वहीं तमाम खुफिया एजैंसियां लाहौर में किरण बाला से आमना बीबी बन मुस्लिम युवक से शादी करने के मामले को आई.एस.आई. के हनी ट्रैप से जोड़कर देख रही हैं।

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हनी ट्रैप से मामला जुडऩे की है खास वजह
दरअसल, बैसाखी पर्व पर सिख जत्थे में पाकिस्तान गई गढ़शंकर की रहने वाली 3 बच्चों की विधवा मां किरण बाला ने इस्लाम कबूल कर दूसरी शादी कर ली है। वह 15 अप्रैल को गायब हो गई थी। उसी दिन उसने लाहौर के हैजरवाल में रहने वाले मोहम्मद अजीम से मुस्लिम रीति-रिवाज से शादी की। अब उसका नाम आमना बीबी हो गया है। खुफिया विभाग के अनुसार किरण बाला के पाकिस्तान जाने से पहले उसके बैंक खाते में विदेश से 13 हजार रुपए ट्रांसफर हुए। ऐसा आमतौर पर आई.एस.आई. ही करती है।

क्या कहते हैं पूर्व सांसद अविनाश राय खन्ना
संपर्क करने पर पूर्व सांसद अविनाश राय खन्ना ने बुजुर्ग तरसेम सिंह को आश्वासन दिया कि मैं विदेश मंत्रालय के साथ संपर्क कर किरण बाला को भारत वापस लाने के लिए प्रयास करूंगा। उन्होंने कहा कि लाहौर हाईकोर्ट के बाहर किरण को जिस तरह पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने को उकसाया जा रहा है देख दुख होता है कि लोकतांत्रिक देश का ढिंढोरा पीटने वाला पाकिस्तान ऐसे फूहड़ प्रदर्शन कर दुनिया को आखिर क्या दिखाना चाहता है।

मिल सकती है किरण बाला को स्थायी नागरिकता 
भारत में लौटने पर जान का खतरा बता किरण बाला को शनिवार को लाहौर हाईकोर्ट से 30 दिनों का वीजा मिल गया है। अब उसने 6 महीने के वीजा की याचिका के साथ-साथ स्थायी नागरिकता की मांग की है। यदि उसे पाकिस्तान में 6 महीने का वीजा मिल गया तो वहां उसे स्थायी नागरिकता भी आसानी से मिल सकती है। पाकिस्तान के कानून के अनुसार किरण अब 30 दिन के लिए पाकिस्तान में रह सकती है। इस दौरान यदि उसे 6 महीने का विस्तार दिया जाता है तो वह नागरिकता प्राप्त करने के लिए योग्य हो सकती है।

ISI और ISIS के चंगुल में फंस गई है किरण : ससुर
गढ़शंकर में किरण बाला के बुजुर्ग ससुर तरसेम सिंह के अनुसार पहले किरण बाला फोन पर बात करती थी लेकिन अब वह फोन भी अटैंड नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि किरण कह रही है कि उसका भारत में कोई बच्चा नहीं है लेकिन वह यह भूल रही है कि अस्पताल, स्कूल, राशन कार्ड, बी.पी.एल. कार्ड तमाम स्थानों पर उसका नाम उसके तीनों ही बच्चों के साथ ऑन रिकार्ड है। जरूरत पड़े तो सरकार उसका डी.एन.ए. टैस्ट करके जांच ले। मैं अभी भी भारत सरकार से अपील करता हूं कि किरण बाला आई.एस.आई. और आई.एस. आई.एस. के चंगुल में फंस गई है। 

‘पहले  हिंदू से सिख बनी थी किरन बाला’
किरन बाला के ससुर तरसेम सिंह ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए किरन बाला के उस बयान को सरासर झूठ बताया है जिसमें उसने कहा है कि पंजाब में उसने जिन 3 बच्चों को अपने बच्चे केवल वीजा प्राप्त करने के लिए बताया था परन्तु वास्तव में वे बच्चे उसके नहीं हैं। 2005 में किरन बाला का विवाह उनके  बेटे के साथ दिल्ली में तब हुआ था जब वह अपने बेटे को दिल्ली पुलिस में भर्ती करवाने गया था। आर्मी कैम्प पर निरंकारी भवन के समीप रहते एक ङ्क्षहदू परिवार से संबंधित किरन बाला ने विवाह के बाद सिख धर्म अपनाया और उसकी कोख से 3 बच्चे पैदा हुए। बड़ी बेटी आज 12 वर्ष की है, जबकि छोटे 2 बेटों का जन्म क्रमश: 2010 और 2012 का है। 


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