लॉकअप हत्याकांड : CBI ने सौंपी दस्तावेजों की प्रतिलिपि, आरोपियों की न्यायिक हिरासत 25 तक बढ़ी

punjabkesari.in Saturday, Apr 21, 2018 - 06:41 PM (IST)

शिमला (राक्टा): बहुचर्चित गुड़िया रेप और मर्डर मिस्ट्री से जुड़े लॉकअप हत्याकांड मामले में राज्य पुलिस विभाग के पूर्व आई.जी. जैदी और पूर्व एस.पी. डी.डब्ल्यू. नेगी सहित अन्य आरोपी शनिवार को अदालत में पेश किए गए। इस दौरान मामले की सुनवाई करते हुए अदालत ने सभी आरोपियों की न्यायिक हिरासत 25 अप्रैल तक बढ़ाने के आदेश सुनाए। इसके साथ ही अदालत के आदेशों पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सी.बी.आई.) ने आरोपियों को दस्तावेजों की प्रतिलिपि सौंप दी है। अब इस केस की अगली सुनवाई 25 अप्रैल को होगी।


वॉयस सैंपल की रिपोर्ट से होगा खुलासा 
शनिवार को न्यायिक अवधि पूरी होने पर सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया गया। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सी.बी.आई.) को उम्मीदे है कि सूरज हत्याकांड में एस.आई.टी. द्वारा रचे गए षड्यंत्र की वॉयस सैंपल की रिपोर्ट से खुलासा हो जाएगा, ऐसे में जांच एजैंसी को इस मामले में अब फोरैंसिक लैब से रिपोर्ट मिलने का इंतजार है। सूत्रों के अनुसार जल्द ही यह रिपोर्ट जांच एजैंसी को मिल जाएगी। 


लॉकअप में हुई थी कथित आरोपी सूरज की मौत
गुड़िया केस की जांच के लिए गठित एस.आई.टी. ने बीते वर्ष 12 जुलाई को 6 व्यक्ति गिरफ्तार किए थे। इसके बाद 18 जुलाई की रात्रि कोटखाई थाने के लॉकअप में पकड़े गए एक कथित आरोपी सूरज की मौत हो गई थी। आरोप है कि पुलिस की पिटाई से उसकी मौत हुई, ऐसे में मामले की जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर  सी.बी.आई ने बीते वर्ष 29 अगस्त को आई.जी. जैदी, डी.एस.पी. जोशी समेत 8 पुलिस कर्मचारियों को गिरफ्तार किया। इसके बाद शिमला जिला के पूर्व एस.पी. डी.डब्ल्यू. नेगी को बीते वर्ष 16 नवम्बर को गिरफ्तार किया गया। 


षड्यंत्र रचने का आरोप
लॉकअप हत्याकांड मामले में एस.आई.टी. पर षड्यंत्र रचते हुए झूठा केस बनाने और गिरफ्तार एक आरोपी पर ही उसकी मौत का ठीकरा फोड़ने का आरोप है। इस मामले में सी.बी.आई. आई.जी. जैदी सहित अन्य 8 पुलिस कर्मियों के खिलाफ पहले ही करीब 600 पन्नों की चार्जशीट अदालत में भी पेश कर चुकी है। 


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Vijay

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