अहंकार और घमंड के चलते इनेलो 15 साल से सत्ता से बाहर: बराला

punjabkesari.in Saturday, Apr 21, 2018 - 12:25 PM (IST)

चंडीगढ़(धरणी/बंसल): भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने इनेलो के बसपा के साथ गठबंधन पर प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा की टिप्पणी को इनेलो के चरित्र के अनुरूप अहंकार और घमंड से परिपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि इसी मानसिकता की बदौलत इनेलो को जनता ने बीते 15 साल से सत्ता से बाहर बिठा रखा है। दरअसल गत दिवस इनेलो प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने गठबंधन पर राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया पर कहा गया था कि हाथी मस्ती में चलते हैं और कुत्ते भौंकते हैं। 

बराला ने कहा कि इनेलो ने हमेशा दलित वर्ग को दबाने का काम किया है। गांवों में उनके कार्यकर्त्ता न केवल दलित बस्तियों में भय का माहौल बनाते थे, अपितु विकास में भी अवरोध उत्पन्न करते थे। उन्होंने कहा कि 1990 में तत्कालीन केंद्र सरकार द्वारा मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू करने की घोषणा की तो हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के इशारे पर इनेलो कार्यकर्त्ताअों ने पूरे प्रदेश में मंडल आयोग के खिलाफ रास्ते जाम करते हुए सैंकड़ों बसों को आग के हवाले कर दिया गया, क्योंकि वह नहीं चाहते थे कि मंडल आयोग की सिफारिशों के लाभ पिछड़ा वर्ग को मिले। 

यहीं नहीं, वर्ष 1982 में तत्कालीन राज्यपाल जी.डी. तपासे को अपमानित कराने वाली इनैलो ने उनके मुंह पर कालिख पोतने वाले अपने समर्थक को सार्वजनिक तौर पर सम्मानित किया था। वहीं, उन्होंने कहा कि 1987 में आम चुनाव में डा. कृपाराम पूनिया के बहाने सत्ता की हिस्सेदारी करने वाले चौटाला परिवार ने उन्हें चीन में अपमानित करवाते हुए दलित समाज को अपनी संकीर्ण विचारधारा से दबाने की कोशिश की।


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Nisha Bhardwaj

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