गांधी परिवार के अत्याचारों के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे पंजाबी: सुखबीर

punjabkesari.in Tuesday, Jun 25, 2019 - 10:15 PM (IST)

नई दिल्ली/चंडीगढ़(ब्यूरो/ अश्वनी): शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने कहा कि पंजाबी 25 जून 1975 को लगाई एमरजैंसी को ‘काले दिवस’ के तौर पर मनाना और कांग्रेस व गांधी परिवार की तरफ से सिखों पर किए गए अत्याचारों के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। 

दिल्ली में सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी द्वारा करवाए गए समागम में सुखबीर ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सभी ताकतें अपने हाथ में लेकर लोकतंत्र का गला घोंट दिया था तथा शिरोमणि अकाली दल के पास सिवाए इस बेइंसाफी के विरुद्ध लडऩे के कोई विकल्प नहीं छोड़ा था और अकाली दल ने इस लोकतंत्र विरोधी कदम के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन शुरू किया था। पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने 9 जुलाई, 1975 को शुरू हुए इन रोष प्रदर्शनों का नेतृत्व किया था तथा गिरफ्तारियां देने के लिए कार्यकत्र्ताओं के पहले जत्थे का खुद नेतृत्व किया था। ऐसे तानाशाही कदम का विरोध करने में अकाली दल के योगदान को इस तथ्य से देखा जा सकता है कि देश में एमरजैंसी के दौरान गिरफ्तार किए गए 90 हजार व्यक्तियों में से 60 हजार सिर्फ पंजाब से थे। 

उन्होंने कहा कि अकाली दल एमरजैंसी के खिलाफ लड़ा था तथा सिखों पर हुए सभी अत्याचार चाहे श्री दरबार साहिब पर तोपों तथा टैंकों से हमला हो या 1984 में दिल्ली में सिख कत्लेआम के विरुद्ध अपनी लड़ाई जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि हम अपने आदर्शों के प्रति वचनबद्ध हैं तथा अगले साल पार्टी के 100 साल पूरे होने के जश्न अवसर पर दोबारा नए जोश तथा ऊर्जा के साथ खुद को पार्टी के आदर्शों प्रति समॢपत करेंगे। सुखबीर ने कहा कि यदि स्वतंत्रता के बाद पंजाब को तकलीफें सहनी पड़ी हैं तो यह सब नेहरू-गांधी परिवार द्वारा पंजाबियों से किए भेदभाव के कारण हुआ है। पंजाब अकेला ऐसा राज्य था जिसकी अपनी कोई राजधानी नहीं थी। यहां तक कि पंजाबी बोलने वाले इलाकों को राज्य से छीन लिया गया था। इसके दरियाई पानी को अनुचित ढंग से दूसरे राज्यों को दिए जाने के कारण पंजाब संकट का सामना कर रहा है।


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