इमरजेंसी के बहाने मोदी का कांग्रेस पर निशाना, आपातकाल का विरोध करने वालों को किया सलाम
punjabkesari.in Tuesday, Jun 25, 2019 - 10:55 AM (IST)
नई दिल्ली: आपातकाल को आज 44 साल पूरे हो गए हैं। 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी का ऐलान किया था। उस काले दिन को याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक वीडियो शेयर किया है। साथ ही उन्होंने लिखा कि भारत उन सभी महानुभावों को सलाम करता है जिन्होंने आपातकाल का जमकर विरोध किया। भारत का लोकतांत्रिक लोकाचार एक अधिनायकवादी मानसिकता पर सफलतापूर्वक हावी रहा। पीएम मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट किया। केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट किया कि 1975 में आज ही के दिन मात्र अपने राजनीतिक हितों के लिए देश के लोकतंत्र की हत्या की गई।
India salutes all those greats who fiercely and fearlessly resisted the Emergency.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2019
India’s democratic ethos successfully prevailed over an authoritarian mindset. pic.twitter.com/vUS6HYPbT5
देशवासियों से उनके मूलभूत अधिकार छीन लिए गए, अखबारों पर ताले लगा दिए गए। लाखों राष्ट्रभक्तों ने लोकतंत्र को पुनर्स्थापित करने के लिए अनेकों यातनाएं सहीं, मैं उन सभी सेनानियों को नमन करता हूं। राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया कि इस दिन को देश संस्थानों की अखंडता बनाएर रखने के तौर पर याद रखे। वहीं भाजपा के कई नेताओं ने भी आपातकाल पर ट्वीट किए।
1975 में आज ही के दिन मात्र अपने राजनीतिक हितों के लिए देश के लोकतंत्र की हत्या की गयी। देशवासियों से उनके मूलभूत अधिकार छीन लिए गए, अखबारों पर ताले लगा दिए गए। लाखों राष्ट्रभक्तों ने लोकतंत्र को पुनर्स्थापित करने के लिए अनेकों यातनाएं सहीं।
— Amit Shah (@AmitShah) June 25, 2019
मैं उन सभी सेनानियों को नमन करता हूं। pic.twitter.com/XzRc4vEdJS
केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि आज आधी रात को मैं अपना समय स्वतंत्रता के लिए समर्पित करूंगा क्योंकि 25 जून 1975 आधी रात को भारत में आपातकाल लगाया गया था तथा लोकतंत्र की हत्या उस क्षण हुई थी। रिजिजू ने इस ट्वीट में उस समय के अखबार की भी तस्वीर साझा की।
जब लागू हुआ था आपातकाल
25 जून, 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लागू करने का ऐलान किया था। आपातकाल देश में करीब 2 साल तक चला था और इस दौरान सरकार के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले को जेल में डाला जा रहा था। प्रेस पर भी कई तरह की बंदिशें लगाई गई थीं।
The declaration of Emergency on June 25, 1975 and the incidents that followed, mark as one of the darkest chapters in India’s history.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 25, 2019
On this day, we the people of India should always remember the importance of upholding the integrity our institutions and the Constitution.