धार्मिक स्थल हिमानी चामुंडा 6 KM लंबे Ropeway को लेकर आगे बढ़ी सरकार

punjabkesari.in Tuesday, Jun 25, 2019 - 01:06 PM (IST)

धर्मशाला (सौरभ): धार्मिक स्थल माता चामुंडा देवी से धौलाधार की तलहटी पर बसे प्राचीन आदि हिमानी चामुंडा देवी मंदिर तक बनने वाले करीब 6 किलोमीटर लंबे रोप-वे को लेकर भी सरकार ने कदम आगे बढ़ाए हैं। कांगड़ा के डी.सी. राकेश प्रजापति ने रोपवे के लिए अधिगृहीत की वाली निजी भूमि के अधिग्रहण के लिए एस.डी.एम. धर्मशाला की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय कमेटी गठित की है। यह कमेटी निजी भूमि मालिकों से संपर्क स्थापित कर भूमि अधिग्रहण मामलों का निपटारा करेगी। 

सोमवार को डी.सी. प्रजापति ने रोप-वे की निर्माणकर्ता कंपनी के प्रतिनिधियों तथा अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक में रोप-वे के निर्माण को लेकर चर्चा की। उन्होंने रोप-वे के लिए भूमि अधिग्रहण सहित अन्य सभी औपचारिकताओं को जल्द पूरा करने के भी निर्देश दिए। बैठक में जिला पर्यटन विकास अधिकारी मधु चौधरी और एस.डी.एम. धर्मशाला एस.के. पाराशर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व रोप.वे कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। 146 करोड़ रुपए की लागत से निर्माणाधीन करीब 1.75 किलोमीटर लंबे धर्मशाला-मैक्लोडगंज रोप-वे का निर्माण कार्य 30 जून, 2020 तक पूरा कर लिया जाएगा।

कंपनी ने अब तक रोप-वे का लगभग 55 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा कर लिया है। रोप-वे के लिए सभी 10 टावर बनाए जा चुके हैं। यह खुलासा डी.सी. व रोप-वे निगरानी समिति के अध्यक्ष राकेश प्रजापति ने सोमवार को रोप-वे के काम को लेकर बुलाई गई समीक्षा बैठक में किया। बैठक में रोप-वे बना रही कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ संबंधित विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे। डी.सी. इस दौरान बैठक में धर्मशाला के पर्यटन को नई उड़ान देने वाले इस रोप-वे के निर्माण को लेकर काफी गंभीर दिखे। उन्होंने रोप-वे के निर्माण से संबंधित हर पहलू की बारीकी से जानकारी ली।

प्रजापति ने कहा कि रोप-वे के निर्माण में किसी भी स्तर पर देरी सहन नहीं की जाएगी। हालांकि उन्होंने रोप-वे के काम की प्रगति पर संतोष जताते हुए कंपनी के प्रतिनिधियों को शेष काम में तेजी लाने तथा इसे तय समय में पूरा करने के निर्देश दिए। डी.सी. ने विभागीय अधिकारियों को भी रोप-वे को लेकर अपने-अपने विभाग से संबंधित मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि धर्मशाला के भूकंप संभावित क्षेत्र की श्रेणी में होने के चलते कंपनी भूकंपरोधी तकनीकों के अनुरूप निर्माण कार्य करने के साथ-साथ पूरी सावधानी बरते। प्रजापति ने प्रशासन के अधिकारियों तथा कंपनी के प्रतिनिधियों को पर्यटकों की सुविधा के लिए पार्किंग स्थलों को विकसित करने पर भी ध्यान देने के निर्देश दिए।


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Ekta

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