SDM व DSP ने ओट क्लीनिक मालेरकोटला का किया औचक निरीक्षण

punjabkesari.in Friday, Jun 21, 2019 - 12:27 PM (IST)

मालेरकोटला (जहूर/शहाबुदीन): डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी के दिशा-निर्देशों पर आज एस.डी.एम. व डी.एस.पी. सुमित सूद ने ओट क्लीनिक का दौरा करके नशों का सेवन करने वाले व्यक्तियों को डाक्टरी स्टाफ की ओर से मुहैया करवाई जा रही इलाज सेवाओं का जायजा लिया।

एस.डी.एम. ने बताया कि पंजाब सरकार की ओर से चलाई जा रही नशा विरोधी मुहिम के तहत इन ओट क्लीनिकों में उन व्यक्तियों को समाज की मुख्य धारा में शामिल करने के सार्थक प्रयास हो रहे हैं, जो गलत संगत कारण नशों की आदत का शिकार हो गए थे। उन्होंने बताया कि नशा एक सामाजिक बुराई है जिसके खात्मे हेतु सभी को एकजुट होकर प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि नशों को स्वेच्छा से छोड़ा जा सकता है और सरकार की ओर से इसी उद्देश्य के तहत ओट क्लीनिक व नशा मुक्ति केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिनमें इलाज के लिए तजुर्बेकार व माहिर डाक्टर तैनात किए हुए हैं। उन्होंने बताया कि मालेरकोटला में मनोरोग माहिर की तैनाती होने के बाद नशों का सेवन करने वाले व्यक्तियों की नियमित इलाज व्यवस्था को यकीनी बनाया जा रहा है। ओट क्लीनिक में 1073 मरीजों की रजिस्ट्रेशन हुई है।

इस मौके पर डी.एस.पी. सुमित सूद ने बताया कि एस.एस.पी. डा.संदीप गर्ग के दिशा निर्देशों पर मालेरकोटला सब डिवीजन में नशाखोरी को थमने के लिए योजनाबद्ध ढंग से कार्य किए जा रहे हैं। इस दौरान एस.डी.एम. व डी.एस.पी. ने ओट केंद्र में इलाज करवाने पहुंचे व्यक्तियों के साथ बातचीत करते हुए विश्वास दिलाया कि समाज में उनको फिर नए सिरे से जोडऩे व सेहतमंद व्यक्ति के तौर पर विचरने के समर्थ बनाने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह वचनबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि नशों की दलदल में से निकलने वाले व्यक्तियों को ऐसे लोगों की मदद के लिए आगे आना चाहिए जो अब तक भी गलत तत्वों के चंगुल में फंस कर गलत रास्ते पर चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि नशा मुक्ति मुहिम तभी सफल हो सकती है यदि सभी नागरिक अपना बनता योगदान डालने के लिए तन व मन के साथ पुलिस प्रशासन को अपना सहयोग प्रदान करें।
 


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