500 साल पहले इस शख्स ने की थी हिमशिवलिंग की खोज

punjabkesari.in Wednesday, Jun 19, 2019 - 12:48 PM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
जैसे कि भोलेनाथ के भक्त जानते ही होंगे इस साल की अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरु हो रही है। जिसकी शिव भक्तों ने तैयारियां भी आरंभ कर दी है। बता दें ये हिंदुओं के प्रमुथ तीर्थों में से एक है। जहां शिव जी शिवलिंग के रूप में विराजमान हैं। यहां हर साल लाखों भक्त बाबा बर्फ़ानी के दर्शन करते आते हैं। आज हम इसी गुफ़ा से जुड़ी ऐसी जानकारी लेकर आएं हैं जिससे बहुत से शिव भक्त भी अंजान होंगे। इससे पहले कि आप सोचने लगे कि इस गुफा से जुड़ा ऐसा कौन सा रहस्य जो आप नहीं जानते, हम आपको बताते हैं इससे जुड़ी इस दिलचस्प तथ्य के बारे में-
PunjabKesari, हिमशिवलिंग , अमरनाथ, अमरनाथ यात्रा 2019, अमरनाथ यात्रा, Amarnath yatra 2019, Amarnath Cave
अमरनाथ गुफा के बारे में तो लगभग हर कोई जानता है लेकिन क्या आपको पता है इस गुफा की खोज किसने की थी। अगर नही, तो आपको बता दें इस गुफा को खोज एक मुस्लिम ने की थी। जी हां, आपको जानकर शायद थोड़ी हैरानी होगी लेकिन ये सच है। अमरनाथ श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार अमरनाथ गुफा की खोज बूटा मलिक नाम के एक मुस्लिम गड़रिया ने की थी। जिसकी जानवर चराते हुए एक साधू से मुलाकात हुई। इस मुलाकात के दौरान साधू ने बूटा को कोयले से भरा एक बैग दिया। घर पहुंचकर जब बूटा ने बैग खोलकर देखा तो कोयले सोने के सिक्कों में बदला चुके थे।

इसके बाद बूटा उस साधू का धन्यवाद करने उस गुफा में पहुंचा लेकिन उस गुफा में वह साधू नहीं मिला। मगर जब बूटा मलिक ने उस गुफा के अंदर जाकर देखा तो उस वहां बर्फ़ से बना एक सफ़ेद शिवलिंग चमकता दिखाई दिया। कहा जाता है इसके बाद से ही यह यात्रा शुरू हुई थी।
PunjabKesari, हिमशिवलिंग , अमरनाथ, अमरनाथ यात्रा 2019, अमरनाथ यात्रा, Amarnath yatra 2019, Amarnath Cave
आज भी दावा किया जाता है कि बटकोट में उसके वंशज रहते हैं। यहां एक मलिक मोहल्ला है यहां 11 परिवार रहते हैं जिनका बूटा मलिक से रिश्ता है। कुछ वेबसाइट्स के अनुसार गुफा की खोज 1850 में हुई थी। यात्रा शुरू होने के बाद यहां की देखभाल मलिक परिवार वाले ही करते थे।

हालांकि साल 2000 को एक बिल जारी हुआ था जिसके बाद इस परिवार को बाहर निकाल दिया गया था पहले परिवार को एक तिहाई हिस्सा मिलता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है श्राइन बोर्ड के गठन के बाद उसे बेदखल कर दिया गया।

भृगु मुनि ने ढूंढी थी गुफा-
इसके अलावा कुछ वेबसाइट्स के अनुसार एक समय में कश्मीर घाटी पूरी तरह से पानी में डूबी हुई थी जिसके बाद कश्यप मुनि ने वहां नदियों का निर्माण किया। पानी कम होने के बाद घाटी का निर्माण हुआ। फिर भृगु मुनि प्रवास पर गए जहां उन्होंने गुफा की खोज की। कहा जाता है कि गुफा के बारे में शास्त्रों में लिखा गया है। हालांकि, इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया और 150 साल बाद बूटा मलिक ने इसकी खोज की।
PunjabKesari, हिमशिवलिंग , अमरनाथ, अमरनाथ यात्रा 2019, अमरनाथ यात्रा, Amarnath yatra 2019, Amarnath Cave
तो वहीं एक और इस यात्रा को शिव और पार्वती के एक विचार-विमर्श से भी जोड़ा जाता है। मान्यता के अनुसार पार्वती ने शिव जी से उनकी मुंड माला की बारे में पूछा था, जिसके बाद भोले शंकर ने कहा कि इसके लिए आपको अमरनाथ यात्रा सुननी होगी।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Jyoti

Recommended News

Related News