अब हेलमेट होंगे सुरक्षित, सरकार ने जारी किए नए BIS नियम
punjabkesari.in Monday, Apr 22, 2019 - 06:19 PM (IST)
नई दिल्ली: टू- वीलर यात्रियों की सुरक्षा के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। जैसे कि पहले टूवीलर हेलमेट के किसी भी तरह का स्टैंडर्ड सर्टिफिकेशन लेना जरूरी नहीं है। लेकिन अब सरकार ने नए नियम के तहत 'सुरक्षात्मक हेडगियर' की क्वॉलिटी को बीआईएस ऐक्ट के तहत नियमों को जारी कर दिया है। सरकार का कहना है कि हेलमेट के लिए बीआईएस ऐक्ट अनिवार्य करने के पीछे उद्देश्य इनकी क्वॉलिटी को सुनिश्चित करना है।
हेलमेट निर्माता कंपनियों ने कहा है कि देश में 1 साल में बनने वाले 2 करोड़ हेलमेट में से 70 प्रतिशत छोटी और असंगठित कंपनियों द्वारा बनाए जाते हैं। इसलिए सरकार ने पहले ही संगठित सेक्टर में बीआईएस सर्टिफिकेशन वाले हेलमेट न बनाने वाले टू वीलर हेलमेट निर्माताओं के लिए नए बीआईएस नियमों को जारी कर दिया है। भारत में कुल 219 कंपनियों में सिर्फ 9 ऐसी कंपनियां हैं जिन्होंने जरूरी सर्टिफिकेशन हासिल किया है।
बीआईएस ऐक्ट 2016 के तहत हेलमेट को सुरक्षित बनाने के लिए अनिवार्य सर्टिफिकेट की नोटिफिकेशन 2 अगस्त 2018 में जारी की गई थी। इसे हेलमेट्स (क्वॉलिटी कंट्रोल) ऑर्डर 2018 नाम दिया गया था। लेकिन अभी तक यह एक ड्राफ्ट ही है और अभी तक इसे नोटिफाई नहीं किया गया है। हेलमेट निर्माता अपनी उत्पादन क्षमता को अपेक्षा के मुताबिक कर नए नियमों को लागू करने की तैयारी कर रहे हैं।
टू वीलर हेलमेट मैन्युफैक्चरर्स असोसिएशन के प्रेजिडेंट और स्टीलबर्ड हेलमेट्स के एमडी राजीव कपूर का कहना है कि सरकार हेलमेट के लिए आईएसआई मार्क अनिवार्य बनाने का ऐलान करने जा रही है। वर्ष 2019 की 15 जनवरी को नियमों को लागू किया जाना था। लेकिन बाद में तारीख बढ़ा कर 15 अप्रैल और फिर 15 जुलाई तक आगे बढ़ा दिया गया। स्टीलबर्ड के हेलमेट उत्पादन के 6 प्लांट हैं। जिनमें 3 हिमाचल प्रदेश के बद्दी में हैं।
बीआईएस स्पेसिफिकेशन्स के इलावा तमिलनाडु सरकार भी पुराने मोटल वीकल नियमों को लागू कराने पर जोर दे रही है। इन नियमों के मुताबिक टू वीलर कंपनियों को अपने ग्राहकों को बीआईएस मार्क वाले हेलमेट ही सप्लाई करनी होगी। तमिलनाडु में 29 मार्च 2019 को ट्रांसपोर्ट कमिश्नर सी समयमूर्ति ने एक पत्र लिखकर सभी टू वीलर निर्माताओं और डीलर से कहा है कि नए टू वीलर की खरीद के समय ग्राहक को हेलमेट दें। मौजूदा वक्त में रॉयल एनफील्ड और वेस्पा जैसे चुनिंदा ब्रैंड्स ही हैं जो इन नियमों को पूरा करते हैं।