एन.जी.टी. के आदेश, ड्रेन और जमीन में जहर घोल रही फैक्टरियां होंगी बंद

punjabkesari.in Monday, Apr 22, 2019 - 01:54 PM (IST)

बहादुरगढ़(प्रवीण): शहर से निकल विभिन्न माइनरों व ड्रेन के साथ बोरिंग कर जमीनी पानी में जहर घोलने वाली बहादुरगढ़ की कई फैक्टरियां अब बंद होंगी। एन.जी.टी. के सख्त आदेश के चलते प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अब जमीनी पानी को प्रदूषित करने वाली फैक्टरियों को चिन्हित कर कार्रवाई शुरू कर दी है।प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने निजामपुर रोड पर चल रही 2 डाई की फैक्टरी को दिए गए नोटिस का समय पूरा होने के बाद इन फैक्टरियों को सील करने के लिए मुख्य कार्यालय में केस भेजा गया है।

यहां से आदेश मिलते ही स्थानीय अधिकारी इन फैक्टरियों को सील कर देंगे। इसके अलावा अन्य कई फैक्टरियों को भी चिन्हित किया गया है जिन पर भी अब जल्दी ही शिकंजा कसा जाएगा। बता दें कि यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है कि जल प्रदूषित ज्यादा हो रहा है और लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। एन.जी.टी.  यमुना में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर सख्त कदम उठा रही है। औद्योगिक क्षेत्रों में चलने वाली ऐसी सभी फैक्टरियां जो गंदा पानी ड्रेन और जमीन में डाल रही हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए इन फैक्टरियों को बंद करने के आदेश पहले ही दे चुकी है।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बोर्ड ने परनाला-निजामपुर रोड पर बनी मास्टर होजरी और एन.के. डाई को ड्रेन और ग्राऊंड वॉटर को दूषित करने के चलते प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नोटिस जारी किया था।फैक्टरी में कैमिकल पानी को ट्रीट करने का क्या इंतजाम हैं इसको लेकर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर अब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अपने मुख्य कार्यालय में मामला भेज दिया है। इन फैक्टरियों को तब तक बंद रखा जाएगा, जब तक वे सभी कमियों को दूर कर सही तरीके से पानी को ट्रीट करने की व्यवस्था नहीं कर लेंगी।

वहीं अवैध रूप से चल रही फैक्टरियों को पूर्ण रूप से बंद करने के लिए कहा गया। शहर में बहुत सी ऐसी फैक्टरियां हैं जिनके द्वारा कैमिकल युक्त पानी को बिना ट्रीट किए ड्रेन और जमीन में डाल दिया जाता है। एन.जी.टी. का मानना है कि यह पानी छोटी-बड़ी ड्रेन के जरिए यमुना में पहुंच जाता है। एन.जी.टी. के अनुसार ऐसी फैक्टरियां प्रदूषण फैला कर न केवल यमुना बल्कि लोगों के जीवन से भी खिलवाड़ कर रहे हैं।


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kamal

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