बादल परिवार ने पंथ का नाम बेचकर पंजाब की सत्ता का सुख भोगा : सेखवां

punjabkesari.in Saturday, Apr 20, 2019 - 08:42 AM (IST)

बटाला(बेरी): जालंधर रोड स्थित खैहरा रेस्तरां में आज प्रैस कॉन्फ्रैंस को संबोधित करते हुए   अकाली दल टकसाली के महासचिव व मुख्यवक्ता सेवा सिंह सेखवां ने कहा कि बादल परिवार ने पंथ का नाम बेच कर 5 बार पंजाब में सरकार बना कर सत्ता का सुख भोगा है। 
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उन्होंने कहा कि चाहे इस दल का मुखौटा पंथक है, लेकिन अब यह दल खुद को पंथक पार्टी नहीं कहलवा सकता क्योंकि जो गलतियां, जिनमें सच्चा सौदा साध को बिना मांगे माफ करना, बरगाड़ी कांड, बहिबल कलां कांड, तख्तों की मर्यादा को परे रखना व शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का राजनीतिकरण करना शामिल हैं, इन्होंने पिछले समय में की हैं, उनको सामने रखा जाए तो यह दल पंथक कहलाने का अधिकारी ही नहीं है। सेखवां ने कहा कि हलका खडूर साहिब सीट एक पंथक सीट है जहां से 1977 से लेकर आज तक पंथक प्रतिनिधि ही जीतते रहे हैं जबकि केवल एक बार 1992 में खालसा पंथ ने चुनाव का बायकाट किया था तो यह सीट कांग्रेस के प्रतिनिधि ने जीती थी।
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उन्होंने जसवंत सिंह खालड़ा की बात करते हुए कहा कि खालड़ा का बलिदान केवल सिख संगत के लिए ही नहीं बल्कि समूची मानवता के लिए था क्योंकि उन्होंने मानव अधिकार संस्था बनाकर जिस ढंग से की जा रही मानवीय नैतिक मूल्यों की अनदेखी को लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया, वह प्रशंसनीय था और इस मानव कल्याण के कार्य हेतु उन्होंने अपनी कुर्बानी दी। उन्होंने जनरल जे.जे. सिंह की बात करते हुए कहा कि वह स्वयं भारतीय सेना में उच्चाधिकारी थे, जिन्होंने परमजीत कौर खालड़ा को समर्थन देने हेतु चुनाव न लडऩे हेतु पार्टी को अवगत करवाया था जिसका वह सम्मान करते हैं। 


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