मैनपुरी: 26 साल बाद एक साथ मंच पर दिखे माया-मुलायम, गेस्ट हाउस कांड पर दिया ये बयान
punjabkesari.in Friday, Apr 19, 2019 - 03:28 PM (IST)
मैनपुरी: ‘मिले मुलायम कांशीराम, हवा में उड़ गए जय श्री राम’ के नारे से बीजेपी को उत्तर प्रदेश की सत्ता से उखाड़ फेंकने वाली सपा-बसपा एक बार फिर उसी रणनीति पर काम कर रही है। स्वा. कांशीराम की गैर मैजूदगी में इस बार मायावती और मुलायम सिंह यादव साथ आए हैं। दोनों नेता मैनपुरी की रैली में एक ही मंच पर 26 साल बाद दिखाई दिए। जैसे ही मंच से दोनों नेताओं ने जनता का हाथ हिलाकर अभिवादन किया रैली स्थल पर मौजूद सपा-बसपा के लाखों कार्यकर्ता खुशी से झूम उठे।
इस दौरान दोनों राजनेताओं ने हाथ जोड़कर एक दूसरे का अभिवादन किया। वहीं मंच पर मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को मुलायम सिंह से मिलवाया। आनंद ने मुलायम सिंह से आशीर्वाद लिया। फिर दोनों नेताओं ने बारी बारी से सभा को संबोधित किया। मुलायम सिंह ने जहां मायावती का हमेशा सम्मान करने के लिए संदेश दिया वहीं मायावती ने मुलायम सिंह को असली पिछड़ा नेता करार दिया।
मायावती ने कहा कि आजकल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घूम घूम कर अपने आप को पिछड़े वर्ग का नेता करार दे रहे हैं जबकि हकीकत ये है कि वह नकली हैं। अगर पिछड़े वर्ग का कोई असली नेता है तो वह हैं मुलायम सिंह यादव। उन्होंने पिछड़े वर्गों के लिए काफी काम किया है।
गेस्ट हाउस कांड के बाद भी सपा-बसपा हुआ गठबंधन
मायावती ने गेस्ट हाउस कांड का जिक्र किया, उन्होंने कहा 2 जून 1995 को हुए गेस्ट हाउस कांड के बाद भी लोकसभा चुनाव में गठबंधन का जवाब सभी चाहते होंगे। गेस्ट हाउस कांड के बाद भी सपा-बसपा गठबंधन हुआ। कभी-कभी देशहित में ऐसे फैसले लेने पड़ते हैं। हम सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए एक साथ आए हैं।
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