पी.जी.आई. में 10 साल में नॉन-एल्कोहलिक फैटी लीवर के मरीज 4 गुना बढ़े

punjabkesari.in Friday, Apr 19, 2019 - 01:25 PM (IST)

चंडीगढ़(रवि): पिछले कुछ सालों से पी.जी.आई. में लीवर डिजिज के मरीजों में काफी इजाफा हुआ है। हर हफ्ते होने वाली ओ.पी.डी. में 500 से ज्यादा मरीजों का नंबर रहता है, जिसमें से करीब 125 नए मरीज होते हैं। पी.जी.आई. हैपटोलॉजी विभाग के एच.ओ.डी. डॉ. आर.के. धीमान के मुताबिक पहले एल्कोहल से होने लीवर खराब होने के मरीज ज्यादा रहते थे। 

हालांकि अभी भी पी.जी.आई. में इन मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है लेकिन हैपेटाइटिस-बी और सी लीवर खराब का दूसरा सबसे बड़ा कारण है। इसके बाद फैटी लीवर के मरीज आते हैं।  सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि अब तक एल्कोहल से फैटी लीवर के मरीज इलाज के लिए आया करते थे, लेकिन अब नॉन एल्कोहोलिक फैटी लीवर के मरीज ज्यादा आते हैं, जिनका नंबर 100 के करीब रहता है। इसकी सबसे बड़ी वजह बढ़ती ओबेसिटी है। फिजिकल एक्टीविटी न करना, जंक फूड इसका कारण है। 

मेल और फी-मेल में इसका नंबर एक-सा है। ओ.पी.डी. में आने वाले मरीजों को हम दवाइयों से ज्यादा लाइफ स्टाइल मोडीफिकेशन को ठीक करने के लिए अप्रोच करते हैं। मरीजों के बढ़ते ग्राफ को देखकर कहा जा सकता है कि फैटी लीवर के मरीजों में पिछले 10 साल में 4 गुना इजाफा हुआ है। फैटी लीवर से बचने के लिए वेट को कंट्रोल करना सबसे जरूरी है। अपनी लंबाई के मुताबिक वेट इससे आपको बचा सकता है। साथ ही फिजिकल एक्टीविटी इसके लिए बहुत जरूरी है। 

बन जाएगी सबसे बड़ी बीमारी 
फैटी लीवर, लीवर की बड़ी डिजिजि बन कर उभर रही है। डॉ. धीमान ने कहा कि अब तो यंग एज में भी इसके मामले आने लगे हैं। ओ.पी.डी. में 12 साल के उम्र वाले बच्चों में भी इसकी शिकायत आ रही है। इसकी सबसे बड़ी वजह बच्चों में फास्ट फूड और फिजिकल एक्टीविटी न करना है। बच्चों में ओबेसिटी को जांचने के लिए हमने चंडीगढ़ के कुछ स्कूलों में एक स्टडी की है, जिसके नतीजे काफी चौंकाने वाले हैं। शहर में 30 प्रतिशत से ज्यादा बच्चे ओबेसिटी का शिकार है। ऐसे में जाहिर बात है कि उन्हें फैटी लीवर की प्रॉब्लम होगी ही। 

पी.जी.आई. में कुछ साल पहले हैपेटाइटिस सी के एक  या दो मरीज आया करते थे, लेकिन अब इसका नंबर 100 तक पहुंच गया है। पंजाब में इसका लिए इलाज फ्री में किया जाता है जो बहुत बड़ा कदम है। जहां तक फैटी लीवर की बात है तो जिस तरह से इसके मरीज बढ़ रहे हैं उसे देखकर कहा जा सकता है अगले कुछ सालों में यह लीवर डिजिज का सबसे कारण बनेगी। 


 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

bhavita joshi

Recommended News

Related News