LS Election: स्वाति यादव के आने से रोचक हुआ मुकाबला

punjabkesari.in Friday, Apr 19, 2019 - 11:15 AM (IST)

भिवानी (मोटू): जननायक जनता पार्टी द्वारा वीरवार को भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र से स्वाति यादव को प्रत्याशी घोषित कर यहां होने वाले चुनाव को रोचक बना दिया है। इसका कारण यह है कि जजपा ने इस सीट से गैर-जाट उम्मीदवार को मैदान में उतार जातीय वोटों के ध्रुवीकरण को ध्यान में रखा है। इसलिए अगर जजपा का यह दांव खरा उतरता है तो इससे भाजपा को नुुक्सान उठाना पड़ सकता है। इसका कारण यह है कि पिछले लोकसभा चुनावों में भाजपा प्रत्याशी धर्मबीर सिंह को अहीरवाल के चारों विधानसभा क्षेत्रों से भारी मतों की लीड हासिल हुई थी। 

यहां बता दें कि भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा से कांग्रेस ने श्रुति चौधरी, भाजपा ने धर्मबीर सिंह, बसपा लोसुपा ने रमेश राव पायलट और वीरवार को जजपा ने स्वाति यादव को उम्मीदवार घोषित किया है। हालांकि जजपा इस ओर पहले ही इशारा कर चुकी थी कि अगर भाजपा इस लोकसभा क्षेत्र से किसी जाट नेता को प्रत्याशी बनाती है तो जजपा किसी गैर-जाट और नए चेहरे पर दांव खेलेगी। अब वीरवार को जजपा द्वारा घोषित उम्मीदवार से हुआ भी यही। 

जजपा के साथ जाटों का अच्छा-खासा वोट बैंक 
दूसरी ओर देखा जाए तो पिछले लोकसभा चुनावों में इनैलो ने भी राव बहादुर को टिकट देकर गैर जाट नेता पर दांव खेला था। मगर उस चुनाव में मोदी लहर के चलते राव बहादुर अपने ही क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्रों से उम्मीद के अनुसार वोट हासिल नहीं कर पाए। इसी कारण धर्मबीर सिंह को वहां से भारी लीड मिली थी। इसलिए इन चुनावों में अगर मोदी फैक्टर काम नहीं करता है और भाजपा इस सीट को गंवा दे तो कोई बड़ी बात नहीं होगी।

वहीं, जजपा ने स्वाति यादव को इसलिए अपना उम्मीदवार बनाया है, क्योंकि भिवानी और दादरी जिले की 5 में से 4 जाट बाहुल्य विधानसभा क्षेत्रों में अच्छा खासा वोट बैंक है। इसलिए अगर स्वाति यादव अहीरवाल क्षेत्र से अच्छे खासे वोट हासिल करती है तो यहां मुकाबला पूरी तरह त्रिकोणीय हो जाएगा और कोई यह दावा नहीं कर पाएगा कि इस सीट से भाजपा, कांग्रेस और जजपा में से किस पार्टी का उम्मीदवार जीत हासिल करेगा। इसलिए इस सीट पर अब जजपा द्वारा खेला दांव सही साबित होता है और इस पार्टी की उम्मीदवार स्वाति यादव अहीरवाल के 4 विधानसभा क्षेत्रों में मतों का ध्रुवीकरण करने में सफल होती हैं तो यहां का मुकाबला बड़ा टफ और रोचक होने वाला है। इसके चलते यहां से जीत हासिल करने के लिए इन तीनों प्रत्याशियों को अच्छा खासा पसीना बहाने के अलावा हर मतदाता तक पहुंचना होगा। इसलिए कुल मिलाकर अब यह कहा जा सकता है कि इस बार इस लोकसभा क्षेत्र से किसी उम्मीदवार की एकतरफा जीत हासिल होती नहीं दिख रही।   


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Shivam

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