फिरोजपुर लोकसभा सीटः 3 बार हार का मुंह देख चुके जगमीत बराड़ अकाली दल के लिए होंगे कितने मददगार
punjabkesari.in Thursday, Apr 18, 2019 - 01:00 PM (IST)
मलोट(जुनेजा,सेतिया):पंजाब की सबसे हॉट लोकसभा सीटों में फिरोजपुर सीट पर हर रोज नए समीकरण बन रहे हैं। कांग्रेस पार्टी की टिकट पर 2 बार सांसद रहे जगमीत सिंह बराड़ के अकाली दल में शामिल होने की खबरें और नई पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ने की चर्चाओं ने पंजाब की राजनीति को और गर्मा दिया है। सोशल मीडिया पर जगमीत बराड़ द्वारा 19 अप्रैल को सुखबीर सिंह बादल की उपस्थिति में श्री मुक्तसर साहिब में अकाली दल में शामिल होने की पुष्टि कर दी गई है।
उधर, अकाली दल के लिए बठिंडा के साथ-साथ फिरोजपुर से चुनाव लड़ना मुश्किल साबित हो रहा था। इसलिए कभी आपस में कट्टर विरोधी रहे सुखबीर सिंह बादल ने अपना रास्ता आसान करने के लिए जगमीत सिंह बराड़ के साथ हाथ मिला लिया लगता है। इस बात को लेकर चर्चा है कि पहले 3 बार फिरोजपुर से हार का मुंह देखने वाले बराड़ क्या इस बार अकाली दल की नैया पार लाने में मददगार साबित होंगे। समझा जा रहा है कि इस हलके में अकाली दल का बड़ा वोट बैंक है, वहीं मलोट और श्री मुक्तसर साहिब में बराड़ का भी बड़ा जनाधार रहा है परन्तु 10 साल बाद वह इन क्षेत्रों में अपना आधार कायम रख पाएंगे यह देखना बाकी है।
पहली बार हुई फिरोजपुर से हार
अगर जगमीत बराड़ अकाली दल में शामिल होकर फिरोजपुर से उम्मीदवार बनते हैं तो यह उनका इस हलके से चौथा चुनाव होगा। इससे पहले वह 1989 में मान दल के समर्थन से आजाद चुनाव लड़े ध्यान सिंह मंड, 2004 में अकाली दल के जोरा सिंह मान और 2009 से फिर अकाली दल के शेर सिंह घुबाया से चुनाव हार चुके हैं।
सियासी सफर
- 1980 में प्रकाश सिंह बादल के मुकाबले गिद्दड़बाहा से विधानसभा चुनाव लड़ा और हार गए।
- 1985 में प्रकाश सिंह बादल से दूसरी बार चुनाव हारे।
- 1989 में फिरोजपुर से ध्यान सिंह मंड से लोकसभा चुनाव हारे।
- 1991 में फरीदकोट से कांग्रेस की टिकट पर सांसद चुने गए।
- 1996 में फरीदकोट लोकसभा सीट पर कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े। सुखबीर सिंह बादल से चुनाव में हार गए।
- 1998 में कांग्रेस की ओर से फरीदकोट से तत्कालीन मुख्यमंत्री हरचरण सिंह बराड़ की बेटी कंवलजीत कौर बबली बराड़ ने चुनाव लड़ा तो जगमीत सिंह बराड़ कांग्रेस की टिकट से चुनाव मैदान में उतरे मगर हार गए।
- 1999 में कांग्रेस की टिकट से फरीदकोट लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ा। राज्य में अकाली दल की सरकार होने के बावजूद सुखबीर सिंह बादल से चुनाव जीत गए।
- 2004 और 2009 में कांग्रेस की टिकट पर फिरोजपुर से चुनाव लड़ा मगर हार गए।
While I live and breathe politics for and by the people, the @Akali_Dal_ gives me an opportunity to further my objectives of Sikhism and Punjab. At every step, I have raised issues for the people and will continue to do so.
— Jagmeet Singh Brar (@jagmeetbrar7) April 18, 2019