10 हजार से ज्यादा शिक्षक ड्यूटी पर, छात्रों को भुगतना पड़ रहा खामियाजा

punjabkesari.in Thursday, Apr 18, 2019 - 12:34 PM (IST)

शिमला (प्रीति मुकुल): प्रदेश में 10,000 से ज्यादा शिक्षक चुनावी ड्यूटी पर हैं। ऐसे में स्कूलों में शैक्षणिक कार्य प्रभावित हो रहा है। ये स्कूल 1 या 2 शिक्षकों के सहारे चल रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा असर प्राथमिक स्कूलों पर पड़ रहा है, जहां पहले से ही 2 या 3 शिक्षक हैं। ऐसे में यदि स्कूल से 1 या 2 शिक्षकों की चुनावी ड्यूटी लगती है तो स्कूल में एक ही शिक्षक रह जाता है। ऐसे में एक शिक्षक ही स्कूल में 5 कक्षाओं को पढ़ा रहा है। बताया जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों यही सिलसिला जारी है। यहां के स्कूलों में 1 या 2 शिक्षक ही छात्रों को पढ़ा रहे हैं। इससे एक तो शिक्षकों पर अतिरिक्त कार्यभार है और दूसरा इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। समर वैकेशन स्कूलों में इसी माह से शैक्षणिक सत्र शुरू हुआ है लेकिन इस समय इन स्कूलों से अधिकतर शिक्षक चुनावी ड्यूटी पर हैं। शिक्षकों की यह चुनावी ड्यूटी मई माह में भी जारी रहेगी। बता दें कि हिमाचल में 19 मई को मतदान होना है। ऐसे में ये शिक्षक इस अवधि तक चुनावी ड्यूटी पर रहेंगे। शिक्षकों के चुनावी ड्यूटी पर रहने के कारण स्कूलों में छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होगी जिसका खमियाजा छात्रों को भुगतना पड़ेगा। 

कॉलेजों में परीक्षाएं, 800 शिक्षक चुनावी ड्यूटी पर

इस समय कालेजों में परीक्षाएं चल रही हैं और कालेज कैडर के लगभग 800 शिक्षक चुनावी ड्यूटी पर हैं। इसी सिलसिले में प्रदेश राजकीय कालेज प्राध्यापक संघ का एक प्रतिनिधिमंडल महासचिव डा. रमा लाल शर्मा की अध्यक्षता में चुनाव आयोग के अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी डी.के. रत्न से मिला। इस दौरान शिक्षकों ने आयोग से मांग की है कि कम से कम शिक्षकों को चुनावी ड्यूटी पर भेजा जाए। यदि स्कूलों और कॉलेजों से ज्यादा शिक्षकों को चुनावी ड्यूटी पर भेजा जाता है तो इससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होती है। कालेज प्राध्यापकों ने आयोग से वरिष्ठता के आधार पर चुनावी ड्यूटी लगाने की मांग की है। 

अगले माह होनी हैं परीक्षाएं

यहां बता दें कि मई माह में प्रदेश के विंटर व समर वैकेशन स्कूलों में एफ-1 परीक्षाएं होनी हैं। ऐसे में छात्रों को स्कूलों में बिना शिक्षकों के ही पढ़ाई करनी पड़ेगी। हालांकि विंटर वैकेशन स्कूलों में फरवरी माह से शैक्षणिक सत्र शुरू हो गया है। ऐसे में इन स्कूलों में फरवरी और मार्च माह में शिक्षक उपलब्ध थे लेकिन समर वैकेशन स्कूलों में हाल ही में नए सत्र की कक्षाएं शुरू हुई हैं और शुरूआती दौर में ही स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं। वहीं प्रदेश में कांगड़ा जिला से सबसे ज्यादा प्राथमिक शिक्षकों की चुनावी ड्यूटी लगाई गई है। इस जिला से लगभग 2,000 शिक्षक चुनावी ड्यूटी पर हैं जबकि शिमला जिला से 1,500, मंडी से 1,500, हमीरपुर से 300, ऊना से 200, चम्बा से 1,200, बिलासपुर से 200, कुल्लू से लगभग 250, सोलन से लगभग 1,000 और सिरमौर से 1,000 शिक्षक चुनावी ड्यटी पर हैं।


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Ekta

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