Vastu Tips: जानिए, कौन-सा रंग खोल सकता हैं आपकी किस्मत
punjabkesari.in Wednesday, Apr 17, 2019 - 05:57 PM (IST)
रंग, हमारी जिदंगी में अहम भूमिका निभाते आए है। हमारी पसंद और नापसंद के रंग न सिर्फ हमारी सोच बल्कि हमारे व्यक्तित्व के भी कई राज बयां करते हैं, इसलिए इनका हमारे घर में भी अहम रोल होता है। वास्तुशास्त्र के मुताबिक अगर घर में कलर करवाते वक्त रंगों का चयन थोड़ा सोच-समझकर किया जाए तो आपकी किस्मत भी खुल सकती है इसलिए आप वास्तु के हिसाब से अपने घर का कलर चुन सकते हैं। चलिए जानते हैं घर के किस कमरे का रंग कैसा होना चाहिए।
वास्तु के मुताबिक घर का कलर
बेडरूम का कलर
मॉडर्न समय में लोग ट्रैंडी व अपनी आंखों को भाने वाला पेंट कलर बेडरुम के चूज करते है लेकिन आपको बता दें कि बेडरुम का कलर आपकी सोचने-समझने की क्षमता पर भी प्रभाव डालते हैं। इसलिए वास्तु के मुताबिक बेडरूम में नीला कलर करवाना चाहिए क्योंकि इससे न केवल आपको सुख-समृद्धि प्राप्त होगी बल्कि आपका स्वास्थ्य भी हमेशा अच्छा बना रह सकता है।
गेस्ट रूम का कलर
गेस्ट रूम, जहां घर आने-जाने वाले हर मेहमान की नजरे पड़ती हैं, वहां आप न सिर्फ यूनिक कलर चूज करके करवाएं बल्कि वास्तु को भी ध्यान में रखें। अगर आप हमेशा तनाव से घिरे रहते हैं तो गेस्ट रूम में व्हाइट कलर करवाएं क्योंकि यह कलर पवित्रता, विद्या और शांति का प्रतीक माना जाता है जो मनुष्य के मन और दिमाग दोनों को शांत रखता है। इससे घर के सदस्यों की सोच-समझने कीक्षमता भी बेहतर रहती हैं।
किचन का कलर
न सिर्फ घर की किचन में बना खाना बल्कि उसकी दीवारों को कलर भी मन को सुकून देने वाला होना चाहिए। वास्तु शास्त्र का कहना है कि अगर किचन की दीवारों को कलर ऑरेंज या रैड हो तो आप खुद को हमेशा खुश व सुखी महसूस करेंगे। अगर आप भी यही चाहते हैं तो इस किचन वास्तु टिप्स को फॉलो कर सकते हैं।
बाथरूम का कलर
लोग अक्सर बाथरूम की तरफ ध्यान देना भूल जाते हैं। मगर वास्तु का कहना है कि बाथरूम घर का वह हिस्सा होता है जहां पर अगर ध्यान न दिया जाए तो नकारात्मक शक्तियां घर पर हावी हो जाती है। ऐसे में ध्यान रखें कि कभी भी बाथरुम को दरवाजा रात को खुला न रखें। बात बाथरूम के कलर की करें तो दीवारों के लिए व्हाइट कलर चूज करें क्योंकि इससे घर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
घर का हॉल
हॉल घर का एक ऐसा हिस्सा हैं जहां पूरा परिवार एक साथ बैठकर कुछ समय बिताना पसंद करता हैं इसलिए हॉल के लिए यैलो कलर चूज करें जो सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। यह कलर खुशी का रंग माना जाता है, यहीं वजह है कि पूजा-पाठ में विशेष तौर पर पीले रंग का इस्तेमाल किया जाता है।
घर का लॉन
घर के बाहर बना लॉन भी अहम भूमिका निभाता है, इसलिए इसके लिए ऑफ व्हाइट, ऑरेंज, लाइट पिंक या फिर व्हाइट-यैलो कलर करवाना चाहिए क्योंकि यह रंग शांति व खुशियाली के प्रतीक माने जाते हैं।
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