हिसार से ही पहला चुनाव लड़ा था पिता ने अब बेटे के राजनीतिक भविष्य का इंतजार

punjabkesari.in Tuesday, Apr 16, 2019 - 10:47 AM (IST)

जींद (जसमेर): केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह व उचाना से भाजपा विधायक प्रेमलता के आई.ए.एस. बेटे बृजेंद्र सिंह को भाजपा द्वारा हिसार से लोकसभा चुनावों के लिए प्रत्याशी बनाए जाने के साथ ही यह अजीब संयोग जुड़ गया है कि वह लोकसभा का पहला चुनाव उसी हिसार संसदीय क्षेत्र से लडऩे जा रहे हैं, जिससे उनके पिता बीरेंद्र सिंह ने 1984 में पहला लोकसभा चुनाव लड़ा था तब उनका मुकाबला ओमप्रकाश चौटाला से हुआ था जिसमें बीरेंद्र सिंह विजयी हुए थे। बाद में बीरेंद्र सिंह ने 1989 में जनता दल के जयप्रकाश के हाथों हिसार से लोकसभा चुनाव हार गए थे। 1999 में भी उन्हें कांग्रेस ने हिसार से प्रत्याशी बनाया था लेकिन वह तब भी चुनाव हार गए थे।

हिसार में अब बृजेंद्र सिंह से ज्यादा उनके पिता केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह एवं उनकी विधायक माता प्रेमलता की प्रतिष्ठा दाव पर रहेगी। 2004 के लोकसभा चुनावों के बाद हुए परिसीमन के बाद यह पहला मौका है,जब जींद जिले के किसी नेता को किसी प्रमुख दल ने हिसार से प्रत्याशी बनाने की हिम्मत दिखाई है। बृजेंद्र सिंह की राजनीति में यह पहली पारी है व पहली पारी में ही वह लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। 
बृजेंद्र सिंह की जीत को बीरेंद्र सिंह की जीत माना जाएगा तो उनकी हार सीधे बीरेंद्र सिंह की हार होगी। बीरेंद्र सिंह प्रदेश की राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी हैं। 42 साल उन्होंने कांग्रेस की राजनीति की। अब 2014 से वह भाजपा में हैं। 

यह है बृजेंद्र सिंह का प्रोफाइल
जपा प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह 1998 बैच के हरियाणा कैडर के आई.ए.एस. अधिकारी हैं। उनका आई.ए.एस. की परीक्षा में देश में 9वां रैंक आया था। 26 साल की उम्र में उनकी पहली ज्वाइङ्क्षनग नारनौल के एस.डी.एम. के तौर पर हुई थी। सिरसा में वह ए.डी.सी. के पद पर रहे। पंचकूला, फरीदाबाद, चंडीगढ़ के डी.सी. के रूप में भी उन्होंने काम किया। उनकी पत्नी जसमीत सिंह एच.डी.एफ.सी. बैंक चंडीगढ़ में अधिकारी हैं। उनकी सेवानिवृत्ति 2032 में होनी थी लेकिन नौकरी से वी.आर.एस. लेकर वह हिसार संसदीय 
क्षेत्र से राजनीतिक पारी शुरू करने जा रहे हैं। 


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Shivam

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