चेहरे पर नहीं पड़ेंगे Wrinkle अगर उम्र देखकर फॉलो करेंगे टिप्स

punjabkesari.in Monday, Apr 15, 2019 - 01:01 PM (IST)

अब उम्र के साथ-साथ चेहरे पर झुर्रियां तो आती ही हैं, इस बात से तो कोई भी महिला अनजान नहीं है, परंतु आप सही ढंग से अपने चेहरे और अपनी स्किन की देखभाल करेंगी तो झुर्रियां नजर नहीं आएंगी। यदि स्किन हैल्दी होगी तो आप बिना मेकअप के भी ग्लो करेंगी। ऐसा नहीं हैं कि ग्लोइंग और रिंकल फ्री स्किन पाने के लिए आपको महंगे ब्यूटी प्रॉडक्ट की जरूरत होगी, बस आपको 16 की उम्र से स्किन की सही तरह से देखभाल के बारे में पता होना चाहिए तो फिर 60 की उम्र तक आप झुर्रियों से दूर रहेंगी। 

 

16-25 की उम्र तक ऐसे रखें ख्याल 

16 की उम्र में बदलाव की उम्र होती हैं। इस उम्र में टीनएजर हॉर्मोंस कम होने लगते है जिससे स्किन का रंग तो एक समान रहता हैं परंतु ऑयल भी ज्यादा निकलता है तथा पिंपल्स, व्हाइट और ब्लैक हैड्स की प्रॉब्लम होने लगती है। इसके लिए क्लींजिंग, टोनिंग और मॉयश्चराइजिंग आपको हर रोज करनी चाहिए। हफ्ते में एक बार स्किन को एक्सफोलिएट जरूर करें। इसके अलावा कई घरेलू नुस्खे और नरिशिंग ट्रीटमेंट भी हैं जिनके बारे में आपको इस उम्र में जरूर पता होना चाहिए। 

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25-35 की उम्र तक

25 से 35 की उम्र ऐसी होती है जिसमें आपके चेहरे पर डार्क सर्कल्स तथा होंठों और माथे के पास फाइन लाइन्स आनी शुरू हो जाती हैं। इसी उम्र से स्किन का लटकना शुरू होता हैं। यदि समय रहते ध्यान न दिया जाए तो उम्र से पहले ही स्किन पर झुर्रियां भी दिखने लगती हैं। इस उम्र में चेहरे पर टी-जोन बनने लगता हैं यानी फोरहैड, नोज और चिन की स्किन ऑयली और बाकी हिस्से की स्किन ड्राई हो जाती है।इस उम्र में त्वचा में कसावट लाने की जरूर होती हैं, जिसके लिए समय-समय पर स्क्रबिंग, फेशियल या क्लीनअप जैसे ब्यूटी ट्रीटमेंट करवाने चाहिए। स्किन में नमी बरकरार रखने के लिए नाइट क्रीम भी जरूर लगाएं। धूप से बचने के लिए सन ब्लॉक क्रीम का इस्तेमाल करें, 25 के बाद ऑक्सीजेनेशन करवाना भी बेहतर रहेगा, इससे नैचुरल ग्लो मिलेगा। इसके अलावा ग्लाइकोलिक स्किन पील करवाने से एज स्पॉट्स और पिग्मैंटेंशन को दूर किया जा सकता हैं, साथ ही इससे डैड स्किन भी रिमूव हो जाती है। 

 

35-45 की उम्र तक

इसी उम्र में फाइन लाइन्स, रिंकल्स, झुर्रियां, सन स्पॉट्स और एज स्पॉट्स जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। हॉर्मोंस के असंतुलन और ड्राई स्किन के कारण कुच महिलाओं को पिंपल्स की प्रॉब्लम भी हो सकती हैं। इस उम्र में एंटी-एजिंग से बचने के लिए स्किन रिन्यूअल ट्रीटमेंट करवाना जरूरी होता है। साथ ही स्किन में कसावट लाने के लिए टाइटनिंग पैक और ग्लाइकोलिक स्किन पील करवा सकती हैं। इसके अलावा आप कोलेजन फेशियल भी करवा सकती हैं, इससे स्किन की डैड स्किन क्लीन होती है।

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50-60 तक ऐसे रखें ख्याल 

इस उम्र में स्किन में नमी बरकरार रखना सबसे मुश्किल काम होता है। त्वचा पर नमी बनी रहे, इसके लिए क्रीम मॉयश्चराइजर का इस्तेमाल करें। साथ ही इस उम्र में एज स्पॉट्स, आंखों, चेहरे और गले पर फाइन लाइन्स उभरने लगती हैं। आई लिड पर उम्र की लकीरें अपने निशान छोड़ने लगती हैं। नेल्स की ग्रोथ कम हो जाती है और बाल झड़ने लगते हैं। इस उम्र के बाद यंग दिखने के लिए समय-समय पर स्किन एक्सफोलिएट, फेशियल और मसाज करवाएं। साथ ही रोजाना टोनर का इस्तेमाल भी जरूर करें। इससे रोम छिद्र बंद रहते हैं और स्किन में ताजगी भी बनी रहती है। प्राकृतिक चमक लाने के लिए कम से कम 8 से 12 गिलास पानी पिएं और योगासन करें। 


 


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Content Writer

Sunita Rajput

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