हरियाणा लोकसभा चुनाव 2019: नामांकन प्रक्रिया 16 से

punjabkesari.in Saturday, Apr 13, 2019 - 01:40 PM (IST)

कैथल (महीपाल): प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां पूरी तरह से तेज हो चुकी हैं लेकिन कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र से भाजपा को छोड़ किसी भी राजनीतिक पार्टी ने अभी तक अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है। सभी पाॢटयां प्रत्याशी के नाम पर मंथन कर रही हैं। नामांकन की प्रक्रिया 16 अप्रैल से शुरू हो रही है जो 23 अप्रैल तक जारी रहेगी। 8 दिन में ही सभी राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों को अपने-अपने नामांकन दाखिल करने होंगे। नामांकनों की छंटनी 24 अप्रैल को की जाएगी। 26 अप्रैल को नाम वापसी का दिन होगा। कांग्रेस, इनैलो और जजपा के प्रत्याशियों के नाम घोषित होने का जनता को बड़ी बेसब्री से इंतजार है। 

आम आदमी पार्टी व जजपा गठबंधन की संभावनाओं की तलाश अपने-अपने स्तर पर कर रहे हैं, इस कारण भी प्रत्याशियों की घोषणा में देरी हो रही है। गांव की चौपालों, बाजारों, गली, मोहल्लों और घरों में भी राजनीतिक चर्चाएं होने लगी हैं। कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से कांग्रेस, इनैलो और जजपा का प्रत्याशी कौन होगा इस पर सभी की नजर टिकी हुई है। 

नाम तय करने के लिए दुष्यंत ने नेताओं व कार्यकत्र्ताओं की सुनी मन की बात 
जपा ने कुरुक्षेत्र संसदीय क्षेत्र से राज्यमंत्री नायब सैनी को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेसी, जजपा, इनैलो, बसपा-लोसुपा गठबंधन और आप में प्रत्याशी के नाम को लेकर मंथन चल रहा है। पार्टी हाईकमान ऐसे नेता को लड़ाने के मूड में है जो भाजपा प्रत्याशी को कड़ी टक्कर दे सके। इसके लिए वीरवार को दुष्यंत चौटाला ने कैथल के आर.के.एम. पैलेस में कार्यकत्र्ताओं से उनकी मन की बात जानी। सभी से अलग-अलग राय ली गई। दुष्यंत चौटाला ने जजपा के वरिष्ठ नेताओं रणदीप कौल, रोशन ढांडा, प्रोफैसर रणधीर सिंह, बलवान कोटड़ा, अंजू जागलान, चंद्रभान दयोरा, अशोक बंसल, रामफल मलिक खुराना, जयप्रकाश बलबेड़ा, संजय जागलान सहित अनेक नेताओं से कुरुक्षेत्र संसदीय क्षेत्र में आने वाले विधानसभा क्षेत्र के प्रमुख नेताओं से अलग-अलग बात की। 

पार्टी सूत्रों के मुताबिक सभी की राय लेने के बाद ही पार्टी हाईकमान कुरुक्षेत्र सीट के लिए प्रत्याशी का नाम तय करेगा। गौरतलब है कि जजपा व आम आदमी पार्टी गठबंधन की बात भी चल रही है। गठबंधन लगभग तय है, कुरुक्षेत्र सीट किस पार्टी खाते में आएगी ऐसे में पार्टी हाईकमान संसदीय क्षेत्र के प्रमुख नेताओं की राय के बाद ही कदम उठाएगा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Shivam

Recommended News

Related News

static