7 दशक में सिर्फ 7 फीसदी बढ़ी महिलाओं की भागीदारी

punjabkesari.in Thursday, Mar 21, 2019 - 04:54 AM (IST)

नई दिल्ली: लोकसभा में पिछले 7 दशक में सिर्फ 7 फीसदी महिलाओं की ही भागीदारी बढ़ी है जो कि वैश्विक औसत से 20 फीसदी से भी कम है। पहली लोकसभा में महिला सांसदों की संख्या सदन की कुल सदस्य संख्या का 4.4 फीसदी थी जो 2014 में बढ़कर करीब 11 फीसदी हो गई। पहली लोकसभा में निर्वाचित सदस्यों की कुल संख्या 489 थी जबकि 16वीं लोकसभा में 543 थी। अब तक के सभी लोकसभा चुनाव परिणामों पर गौर करें तो महिला सदस्यों की संख्या सदन की कुल सदस्य संख्या के 3.4 से 11.2 फीसदी के बीच रही है।

दरअसल पहले आम चुनाव के बाद गठित पहली लोकसभा से लेकर 16वीं लोकसभा तक महिला सांसदों की संख्या 19 से 62 के बीच रही है। जहां पहली लोकसभा में 22 महिलाएं जीतकर आई थीं वहीं 1977 में छठी लोकसभा में सबसे कम 19 महिलाएं (3.4 फीसदी) जीतीं। पिछले लोकसभा चुनाव के बाद गठित 16वीं लोकसभा में महिला उम्मीदवारों की संख्या 62 (करीब 11 फीसदी) रही। राजनीतिक दलों के बड़े-बड़े वायदों के बावजूद पहली लोकसभा से लेकर अब तक सदन में महिलाओं की मौजूदगी निराशाजनक रही है। हालांकि इस बार ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार के रूप में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण की घोषणा की है। 

पश्चिम बंगाल में तृणमूल प्रमुख एवं राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोकसभा उम्मीदवारों की सूची जारी करते हुए कहा है कि इस सूची में 40.5 फीसदी उम्मीदवार महिलाएं हैं तथा सूची में 17 महिला उम्मीदवारों के नाम हैं। पार्टी ने पिछले चुनावों की तुलना में 5 से ज्यादा महिलाओं को प्रत्याशी बनाया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बीजद और तृणमूल कांग्रेस की इस पहल के कारण भाजपा, कांग्रेस और वामदल सहित प्रमुख दलों पर आसन्न लोकसभा चुनाव में महिला उम्मीदवारों को अधिक संख्या में टिकट देने का दबाव बढ़ गया है।  

लोकसभा       महिलाएं          प्रतिशत

पहली               22                 4.4 

दूसरी                27                 5.4 

तीसरी              34                  6.7 

चौथी                31                 5.9 

पांचवीं             22                  4.2 

छठी                19                  3.4 

सातवीं             28                  5.1 

आठवीं             44                8.11 

नौवीं                28                  5.3 

10वीं               36                     7 

11वीं               40                  7.4 

12वीं               44                     8 

13वीं               48                  8.8 

14वीं               45                  8.1 

15वीं               59                10.9 

16वीं               62                   11 


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Pardeep

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