कुनाल में मिली पाषाण काल की ईंटें

punjabkesari.in Monday, Mar 18, 2019 - 11:04 AM (IST)

रतिया (झंडई): उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने रविवार बाद दोपहर को उपमंडल के गांव कुनाल में स्थित पुरात्व विभाग की खुदाई का औचक निरीक्षण किया। उपायुक्त ने पुरात्व विभाग के अधिकारियों के साथ खुदाई के तहत प्राप्त की गई सामग्री को लेकर विशेष परिचर्चा की और उनसे जानकारी भी हासिल की। इस दौरान खुदाई टीम का नेतृत्व कर रही पुरात्व विभाग की डिप्टी डायरैक्टर के अलावा टीम के अन्य प्रतिनिधियों ने उपायुक्त को खुदाई के तहत प्राप्त हुए अवशेषों का अवलोकन करते हुए बताया कि उनके विभाग की टीम करीब 30 वर्षों से गांव कुनाल के बाहर खेतों में स्थित प्राचीन उत्खनन शिविर खुदाई का काम कर रही है। 

टीम ने जब जायजा लिया तो कई जगहों पर टीम को पुरानी ईंटें मिलीं, जिसे देसी भाषा में लाहौरी व भदोड़ी ईंट कहा जाता है। टीम ने जब ईंटों को जांचा तो प्राथमिक दृष्टि में ये ईटें 3 ईसवीं के पाषाण काल की मिली, जोकि आज से करीब 1700 साल पुरानी सभ्यता की है। उस समय लोग मकान बनाने के लिए इन्हीं ईंटों का प्रयोग करते थे। उनकी टीम संबंधित गांव के इर्द-गिर्द भी अवलोकन कर रही है और सभ्यता की तलाश को लेकर टीम द्वारा अनेक स्थानों पर खुदाई की गई है जिसमें करीब 5000 वर्ष पुरानी संस्कृति मिली है।

उन्होंने बताया कि खुदाई के तहत प्राप्त किए गए अवशेषों को हरियाणा पुरातत्व विभाग के निदेशक, इंडियन आर्कोलॉजी डिपार्टमैंट नई दिल्ली, नैशनल म्यूजियम डिर्पाटमैंट ऑफ  आर्कोलॉजी, आर्कोलॉजी डिपार्टमैंट ऑफ  इंडिया व पुरातत्व विभाग चंडीगढ़ भेजा गया है। इस दौरान उपायुक्त ने विभाग द्वारा नए स्थानों पर की गई खुदाई का भी अवलोकन किया और वहां से भी प्राप्त हुए अनेक अवशेषों की जानकारी हासिल की। इस अवसर पर उनके साथ कानूनगो गुरमेल सिंह, पटवारी जगदीश चंद्र, ग्राम सचिव सुभाष चंद्र व अन्य विभागों के कर्मचारी भी साथ उपस्थित थे।


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Deepak Paul

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