2009 व 2014 के लोस चुनावों में प्रदेश में बने रोचक समीकरण

punjabkesari.in Monday, Mar 18, 2019 - 09:23 AM (IST)

जींद (मलिक): 2009 और 2014 के लोकसभा चुनावों में  प्रदेश में रोचक समीकरण बने थे। हिसार संसदीय क्षेत्र से 2014 में इनैलो के दुष्यंत चौटाला 9 में से 6 विधानसभा सीटों पर हजकां के कुलदीप बिश्नोई से पिछड़े, मगर 3 विधानसभा सीटों पर मिली बढ़त के आधार पर वह सांसद चुने गए। 2014 तक हुए 16 संसदीय चुनावों में 7 बार कांग्रेस को हिसार संसदीय सीट पर जीत हासिल हुई। 

2009 में नए परिसीमन के बाद हुए संसदीय चुनावों से हिसार में कांग्रेस की जीत पर ऐसा ब्रेक लगा कि वह चुनावी मुकाबले में कहीं ठहर ही नहीं पा रही। उसकी हालत यह हो गई है कि 2009 और 2014 के संसदीय चुनावों में वह हिसार की 9 विधानसभा सीटों में एक पर भी बढ़त हासिल नहीं कर पाई। 2014 के संसदीय चुनाव में हिसार से कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व मंत्री प्रो. सम्पत सिंह जमानत बचाने में भी नाकाम रहे थे। 

2009 व 2014 में 6 विधानसभा क्षेत्रों में हजकां को मिली बढ़त
हिसार संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाले 9 विधानसभा क्षेत्रों में से 2009 और 2014 में हजकां को बढ़त मिली। 2009 में हुए संसदीय चुनाव में हजकां प्रत्याशी पूर्व सी.एम. भजनलाल आदमपुर, नलवा, हिसार, हांसी, बुवानी खेड़ा और बरवाला विधानसभा सीटों पर पहले स्थान पर रहे। इनैलो प्रत्याशी प्रो. सम्पत सिंह को उकलाना, उचाना कलां, नारनौंद में भजनलाल पर बढ़त हासिल हुई, जबकि कांग्रेस पार्टी एक भी विधानसभा क्षेत्र में पहले स्थान पर नहीं आ पाई। इसी तरह 2014 के लोकसभा चुनावों में हजकां प्रत्याशी कुलदीप बिश्नोई 6 विधानसभा क्षेत्रों आदमपुर, नलवा, हिसार, हांसी, बवानीखेड़ा और बरवाला पहले स्थान पर रहे। 

इनैलो के दुष्यंत चौटाला को उचाना कलां, नारनौंद और उकलाना 3 विधानसभा क्षेत्रों में हजकां के कुलदीप बिश्नोई पर बढ़त मिली और इन 3 हलकों में मिली बढ़त के दम पर ही सांसद दुष्यंत चौटाला ने हजकां के कुलदीप बिश्नोई को लगभग 31 हजार मतों के अंतर से पराजित कर दिया था। 2014 में कांग्रेस पार्टी को लगातार दूसरी बार हिसार संसदीय क्षेत्र में करारी हार मिली।  


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Deepak Paul

Recommended News

Related News

static