कोरोना वायरस से लड़ने को तैयार नहीं है पाकिस्तान- 'द डॉन'
punjabkesari.in Monday, Jan 27, 2020 - 09:12 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्कः कोरोना वायरस ने चीन सहित पूरी दुनिया में हाहाकार मचा दिया है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक तीन दर्जन से अधिक शहरों में इस वायरस के करीब 2744 मामले सामने में चुके हैं। इसमें 461 मरीजों की हालत काफी गंभीर है। वहींं, पाकिस्तान की बात करे तो हर सप्ताह पाकिस्तान से चीन की तरफ 20 से अधिक फ्लाइट जाती हैं। पाकिस्तान के सरकारी आंकड़े बताते हैं कि चीन में करीब 28 हजार पाकिस्तानी नागरिक मौजूद हैं, जिनमें कई छात्र भी शामिल हैं। इसके अलावा करीब 1500 लोग ऐसे भी हैं जो दोनों देशों के बीच फ्रिक्वेंट ट्रेवलर हैं। इस वायरस को लेकर पाकिस्तान के अखबार 'द डॉन' में एक लेख छपा है, पाकिस्तान इस संक्रामक रोग से निपटने के लिए तैयार नहीं है।
पाकिस्तान को अधिक खतरा है
उन्होंने इसकी वजह अधिक जनसंख्या, खराब स्वास्थ्य व्यवस्था, जानकारी का अभाव, लगातार शहरीकरण का होना बताया है। चीन में अब तक असर 80 लोगों की मौत इस वायरस की चपेट में आने से हो चुकी है। अकेले हुबई में ही इसके 1400 से अधिक रोगी मिले हैं। चीन ने एहतियातन अपने करीब 387 रेलवे स्टेशनों पर इस वायरस की जांच को लोगों का तापमान मापने की मशीनें लगाई गई हैं। इसके अलावा चीन ने सभी स्कूलों और यूनिवर्सिटी में सभी तरह के एग्जाम आगे के लिए बढ़ा दिया गया है। हालांकि अभी इसकी कोई तारीखें तय नहीं की गई हैं।
शिनजियांग तक फैला कोरोना वायरस
आपको बता दें कि चीन के शिनजियांग प्रांत में भी इस वायरस के मामले सामने आ चुके हैं। यह वही प्रांत है जो पाकिस्तान की सीमा से लगता है। वुहान जहां पर इस वायरस के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं उससे यह प्रांत करीब 3000 किमी दूर है। शिनजियांग प्रांत के काश्गर से ही चीन पाकिस्तान के बीच निर्माणाधीन आर्थिक कॉरिडोर प्रोजेक्ट भी है। कॉरिडोर के काम को लेकर दोनों ही देशों के बीच लोगों की आवाजाही आम बात है। ऐसे में इस वायरस के पाकिस्तान में पहुंचने की आशंका सबसे अधिक है। इस प्रोजेक्ट को लेकर करीब दस हजार चीनी नागरिक पाकिस्तान में मौजूद हैं। वहीं पाकिस्तान के मुल्तान में एक चीनी नागरिक के इस वायरस की चपेट में होने की आशंका जताई गई है।
डेंगू से भी नहीं निपट सका था, पाकिस्तान
अपने इस लेख में उन्होंने यहां तक लिखा है कि जब देश में डेंगू ने महामारी का रूप लिया था तब भी विभिन्न विभागों के बीच में तालमेल का अभाव देखने को मिला था। जहां तक चीन की बात है तो हुमा ने इस लेख में लिखा है कि इस वायरस से निपटने के लिए चीन की ब्यूरोक्रेसी को भी चुस्त-दुरुस्त होना होगा। इसमें उन्होंने यहां तक कहा है कि पाकिस्तान में इसकी जानकारी और बचाव को आम जन तक पहुंचाने की भी कोई सुविधा दिखाई नहीं दे रही है।