बारिश से पानी-पानी हुए करोड़ों की लागत से बने दिल्ली के ये अंडरपास

punjabkesari.in Thursday, Jul 21, 2022 - 06:21 PM (IST)

नई दिल्ली: इस वक्त स्क्रीन पर आप दो तस्वीरें देख रहे हैं जिसमें एक तस्वीर केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए अंडरपास की है तो वहीं दूसरी तस्वीर दिल्ली सरकार द्वारा बनाए गए अंडरपास की है। सच्चाई यह है कि केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार, करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी अंडरपास को बारिश के मौसम में जलजमाव की समस्या से नहीं बचा सकी। सबसे पहले बात कर लेते हैं नए नवेले महज चंद दिनों पहले उद्घाटन हुए साउथ कैंपस में बने 'बेनिटो जुआरेज अंडरपास' की। 

इसका उद्घाटन दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पूरे दलबल के साथ किया था, उद्घाटन के दौरान कहा गया था कि यह अंडरपास करोड़ों की लागत से बना है और ये बेहद हाईटेक है और यहां पानी के जलजमाव जैसी समस्या से लोगों को जूझना नहीं पड़ेगा।  आपको बता दें अभी कुछ दिन ही हुए हैं इस फ्लाईओवर के उद्घाटन को और बुधवार को हुई मौसम की पहली जोरदार बारिश ने डिप्टी सीएम के सारे दावों को धोकर रख दिया है। 

आप देख सकते हैं साउथ कैंपस से एम्स की तरफ जाने वाले इस रास्ते पर घुटनों तक पानी भरा पड़ा है, कई गाड़ियां तो डर के मारे वापस हो रही है, वहीं कई लोग जोखिम उठाकर जैसे-तैसे इस अंडरपास से बाहर निकल रहे हैं। अब बात कर लेते हैं केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए दिल्ली के हाई प्रोफाइल इलाके में बने इस अंडरपास की, दिल्ली से एयरपोर्ट को जोड़ने वाला यह अंडरपास कुछ साल पहले ही केंद्र सरकार द्वारा करोड़ों के बजट से बनाया गया था लेकिन हर साल की तरह इस बार भी बारिश ने इस अंडरपास की समस्याओं की पोल खोल दी।  दिल्ली को एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए केंद्र सरकार द्वारा अंडरपास बनाया गया था।  

यह अंडरपास कुछ साल पुराना है लेकिन बरसात के दिनों में लबालब पानी हर साल इस अंडरपास में भरता है।  आप देख सकते हैं कि बुधवार को हुई बारिश के बाद इस अंडरपास में कितना ज्यादा पानी भर गया हालांकि प्रशासन द्वारा यहां पानी निकालने के लिए थोड़े बहुत इंतजाम तो किए गए हैं लेकिन जब समस्या इतनी बड़ी हो तो इतने छोटे इंतजाम से भला राहत कैसे मिलेगी, नतीजा यहां से गुजरने वाली कई गाड़ियां खराब हो गई।  क्या कहना था एरो सिटी के अंडरपास में फंसे परेशान लोगों का आइए उन्हीं की जुबानी सुनते हैं। बहरहाल केंद्र की सरकार हो या राज्य की सरकार, मानसून से पहले अपनी तैयारियों को लेकर अपना-अपना सीना ठोकते हैं, वहीं मानसून के बाद जब जलजमाव की समस्या होती है तो एक-दूसरे पर ठीकरा फोड़ते हैं।  बहरहाल यह समस्या फिर अगली बरसात में ना हो इसके लिए सरकारों को थोड़ी तैयारी अभी से शुरू कर देनी चाहिए।


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Content Writer

Anil dev

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