किसान बिल के विरोध में उतरे सांसदों का CM केजरीवाल ने किया समर्थन, ट्वीट कर कही ये बात
punjabkesari.in Tuesday, Sep 22, 2020 - 01:53 PM (IST)
नई दिल्ली/ डेस्क। खेती किसानी से संबंधित विधेयकों के विरोध में संसद परिसर में धरने पर बैठे आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद समेत विपक्ष के 8 सांसदों के समर्थन में आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि इतने खतरनाक कानूनों को बिना वोटिंग के संसद ने पास कैसे कर दिया?
अरविंद केजरीवाल ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा है कि संजय सिंह जी और अन्य सांसद रात भर संसद परिसर में देश के किसानों के लिए संघर्ष करते रहे। मच्छर, गर्मी और अन्य असुविधाओं की परवाह किए बग़ैर किसानों के लिए लड़ते रहे। वे अपने लिए कुछ नहीं मांग रहे। वो जनतंत्र और संविधान के लिए लड़ रहे हैं। वे देश के किसानों के लिए संघर्षरत हैं।
देशभर के किसान कह रहे हैं कि ये क़ानून किसानों को खतम कर देंगे। इतने ख़तरनाक क़ानूनों को बिना वोटिंग करवाए संसद से पास घोषित कर दिया? फिर संसद का क्या मतलब, चुनावों का क्या मतलब?अगर इसी तरह क़ानून पास करवाने हैं तो संसद सत्र क्यों बुलाते हो?
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 22, 2020
एक अन्य ट्वीट करते हुए सीएम कजेरीवाल ने लिखा कि देशभर के किसान कह रहे हैं कि ये क़ानून किसानों को खतम कर देंगे। इतने ख़तरनाक क़ानूनों को बिना वोटिंग करवाए संसद से पास घोषित कर दिया? फिर संसद का क्या मतलब, चुनावों का क्या मतलब?अगर इसी तरह क़ानून पास करवाने हैं तो संसद सत्र क्यों बुलाते हो?
संजय सिंह जी और अन्य सांसद रात भर संसद परिसर में देश के किसानों के लिए संघर्ष करते रहे। मच्छर, गर्मी और अन्य असुविधाओं की परवाह किए बग़ैर किसानों के लिए लड़ते रहे। वे अपने लिए कुछ नहीं माँग रहे। वो जनतंत्र और संविधान के लिए लड़ रहे हैं। वे देश के किसानों के लिए संघर्षरत हैं।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 22, 2020
बता दें कि खेती किसानी से संबंधित दो बिलों को राज्यसभा से पास कर दिया गया है। इस दौरान संसद में विपक्षी दलों द्वारा खूब हंगामा किया गया। इतना ही नहीं सांसदों ने राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण को घेर लिया। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लघंन भी किया गया। जिसके लिए बीजेपी ने विपक्षी दलों की खूब आलोचना भी की। आप सांसद संजय सिंह समेत 8 सांसदों को 1 सप्ताह के लिए सत्र से निलंबित कर दिया। वहीं विपक्षी दलों का आरोप है कि बिना वोटिंग के ही राज्यसभा में बिल को पास कर दिया गया। बिल को जबरन पास करने के विरोध में निलंबित सांसद धरने पर बैठे हैं।