प्रियंका गांधी राज्यसभा जाएंगी या नहीं, सोनिया गांधी लेंगी फैसला

punjabkesari.in Wednesday, Feb 19, 2020 - 08:45 PM (IST)

नेशनल डेस्कः कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को राज्यसभा भेजे जाने को कांग्रेस शासित राज्यों में होड़ लग गई है। पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रियंका को राजस्थान से राज्यसभा भेजे जाने की वकालत की। फिर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ भी इस रेस में आ गए और उन्होंने भी प्रियंका गांधी को मध्य प्रदेश से राज्यसभा भेजने की वकालत कर दी। इस रेस में अब छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी आ गए हैं। उन्होंने भी प्रियंका वाड्रा को छत्तीसगढ़ से राज्यसभा भेजने की बात कही है। लेकिन इसका प्रियंका गांधी को राज्यसभा भेजना है या नहीं। इसका अंतिम फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी लेंगी।

प्रियंका गांधी के लिए 3 राज्यों से ऑफर आने और इस संबंध में फैसला लिए जाने पर बने संशय के बीच राजस्थान के प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने कहा कि इस संबंध में अंतिम फैसला कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी लेंगी।

कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच तकरार बढ़ी
दूसरी ओर, मध्य प्रदेश की सत्ता पर काबिज कांग्रेस के 2 वरिष्ठ नेताओं के बीच सियासी अदावत बनी हुई है। मुख्यमंत्री कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच तनातनी बरकरार है। माना जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की राज्यसभा की राह रोकने के लिए कमलनाथ की ओर से अब प्रियंका गांधी का कार्ड खेला जा रहा है। संभावना जताई जा रही है कि प्रियंका को मध्य प्रदेश से राज्यसभा भेजे जाने का दांव कमलनाथ गुट की ओर से चला गया है।

दो महीने बाद अप्रैल में मध्य प्रदेश से 3 और छत्तीसगढ़ से 2 सीटें खाली होने जा रही हैं। मध्य प्रदेश से 2 कांग्रेस और 1 बीजेपी के पास जाना है। मध्य प्रदेश की 2 सीटों पर पहले से ही दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह दावेदार के तौर पर हैं।

इन प्रदेशों से खाली हो रहीं हैं इतनी सीट
मध्य प्रदेश में राज्यसभा की 3 सीटें खाली हो रही हैं, जिनमें से विधायकों के आंकड़े के लिहाज से कांग्रेस के खाते में 2 सीट आ रही हैं। राज्यसभा जाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह समेत अन्य कई नेता भी इस कतार में लगे हुए हैं, जो ज्योतिरादित्य सिंधिया की राह में रोड़े अटका सकते हैं।

मध्य प्रदेश से दिग्विजय सिंह, प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया राज्यसभा सदस्य हैं, जिनकी सीटें रिक्त हो रही हैं। राज्यसभा के 3 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में हर प्रत्याशी को कम से कम 58 वोट की जरूरत होगी।

एक फरवरी 2020 की स्थिति में जौरा और आगर विधानसभा सीट रिक्त हैं। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के 114 विधायक हैं तो बीजेपी के पास 107 हैं। कांग्रेस को 2 बसपा और 1 सपा विधायक सहित अन्य चारों निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन है. इस तरह कांग्रेस के पास 121 विधायकों का समर्थन है। प्रियंका गांधी के पास 3 राज्यों से ऑफर है और अब इस मामले में सोनिया गांधी को फैसला लेना है


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Yaspal

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