लद्दाख के सांसद ने जब कांग्रेस को दिखाया आईना, भाषण सुन PM मोदी भी हुए हैरान

punjabkesari.in Thursday, Aug 08, 2019 - 03:40 PM (IST)

नेशनल डेस्कः जम्मू कश्मीर को दो हिस्सों में बांट दिया गया है और साथ ही अनुच्छेद 370 खत्म कर दी गई है। राज्यसभा-लोकसभा में बिल पास हो चुका है और राष्ट्रपति ने भी इस पर मंजूरी दे दी है। लद्दाख के जम्मू-कश्मीर से अलग होने पर भाजपा के लोकसभा सदस्य जामयांग शेरिंग नामज्ञाल ने खुशी जाहिर की। अनुच्छेद 370 पर दिया उनका भाषण सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ और उनकी वाहवाही हुई। जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जामयांग शेरिंग नामज्ञाल के भाषण से हैरान रह गए वहीं वे गृह मंत्री अमित शाह के तुरुप का इक्का बन गए। पीएम मोदी ने नामज्ञाल के भाषण की जमकर तारीफ की। दरअसल शाह कांग्रेस को जो आईना दिखाना चाहते थे वो काम नामज्ञाल ने अपने भाषण से पूरा किया।

संसद में ये बोले जामयांग शेरिंग नामज्ञाल
लद्दाख से भाजपा सांसद जामयांग शेरिंग नामज्ञाल ने कांग्रेस और अन्य कुछ दलों पर इस क्षेत्र को जम्मू कश्मीर से अलग-थलग रखने और अन्याय करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 पर सरकार के फैसले से कांग्रेस की गलतियों को सुधारा जा रहा है। नामज्ञाल ने कहा कि लद्दाख दशकों से भारत का अटूट अंग बनना चाहता था और केंद्रशासित प्रदेश बनने की मांग रख रहा था, लेकिन प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस ने इस मांग पर कभी सुनवाई नहीं की। वहीं नरेंद्र मोदी की सरकार ने इस सपने को आज पूरा किया है। नामज्ञाल के भाषण के दौरान गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी समेत कई केंद्रीय मंत्रियों और सत्ता पक्ष के सदस्यों को अनेक बार मेजें थपथपाते हुए देखा गया।

 

नामज्ञाल ने कहा, ‘‘लद्दाख ने 71 साल तक केंद्रशासित प्रदेश बनने के लिए संघर्ष किया। हम हमेशा से भारत का अटूट अंग बनना चाहते थे। उन्होंने कहा कि लद्दाख की भाषा, संस्कृति अगर लुप्त होती चली गई तो इसके लिए अनुच्छेद 370 और कांग्रेस जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि नेशनल कान्फ्रेंस के सदस्य पूछ रहे थे कि अनुच्छेद 370 हटने से क्या होगा? नामज्ञाल ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि इससे ‘‘दो परिवारों की रोजी रोटी चली जाएगी। जबकि कश्मीर का भविष्य उज्ज्वल होने वाला है। उन्होंने कहा, ‘‘दो परिवार कश्मीर के मुद्दे का समाधान नहीं चाहते। वे खुद समस्या का हिस्सा बन गए हैं। वे कश्मीर को अपनी जागीर समझते हैं।'' भाजपा सांसद ने कहा कि पहली बार भारत के इतिहास में लद्दाख की जनता की आकांक्षाओं को सुना जा रहा है।

 

उन्होंने जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने इसके लिए बलिदान दिया। नामज्ञाल ने कहा कि 2011 में कांग्रेस नीत सरकार ने जम्मू और कश्मीर में दो केंद्रीय विश्वविद्यालय दिए लेकिन लद्दाख की एक उच्च शिक्षा संस्थान की मांग तब भी पूरी नहीं की गई। नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद इस क्षेत्र में एक केंद्रीय विश्वविद्यालय दिया। उन्होंने कहा कि जो लोग धर्मनिरपेक्षता की बात करते हैं, उन्होंने 370 का दुरुपयोग करते हुए कश्मीरी पंडितों को घाटी से बाहर निकाला।

 

बौद्धों को खत्म करने की कोशिश की गई। नामज्ञाल ने कहा कि विपक्ष के लोग बार-बार करगिल की बात करते हैं लेकिन उन्हें जमीनी हकीकत नहीं पता। करगिल की 70 प्रतिशत जनता सरकार के फैसले का समर्थन कर रही है। नामज्ञाल के भाषण के बाद सभी सदस्यों ने जोर-जोर से मेजें थपथपाईं। बता दें कि 34 वर्षीय जमयांग सेरिंग नमग्याल ने अपना पॉलीटिकल करियर 2012 में शुरू किया था। इससे पहले वे लेह में भाजपा ऑफिस में केयरटेकर थे लेकिन जन लोक सेवा और उनकी कर्मनिष्ठा को देखते हुए भाजपा ने पहले उन्हें जिला सचिव बनाया और फिर प्रवक्ता, अब वे लोकसभा सांसद हैं।


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Seema Sharma

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