जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा के शांतिपूर्ण सम्पन्न होने के प्रति विहिप आश्वस्त

punjabkesari.in Thursday, Jun 16, 2022 - 07:38 PM (IST)


नयी दिल्ली : विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने बृहस्पतिवार को विश्वास व्यक्त किया कि सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को देखते हुए जम्मू-कश्मीर में आगामी अमरनाथ यात्रा अप्रिय घटनाओं से मुक्त होगी।

उन्होंने यह भी कहा कि विस्थापित कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाने के बाद उन्हें वापस घाटी में बसाया जाएगा।

कुमार ने राजौरी जिले के सुंदरबनी में धरना-प्रदर्शन से इतर संवाददाताओं से कहा, "बाबा बर्फानी (अमरनाथ) के दर्शन के लिए आने वाले भक्त अपना जीवन अपने हाथों में लेकर अमरनाथ यात्रा करते हैं। (यात्रा) अधिक चुनौतीपूर्ण है और (भक्तों की) संख्या बढ़ती जा रही है तथा मेरी जानकारी के अनुसार, विभिन्न उपायों के मद्देनजर कोई अप्रिय घटना नहीं होगी और यात्रा सफलतापूर्वक संपन्न होगी।"

अमरनाथ के 3,880 मीटर ऊंचे पवित्र गुफा मंदिर के लिए 43-दिवसीय यात्रा 30 जून को दो मार्गों से शुरू होने वाली है। पहला मार्ग दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में नूनवान से (48 किलोमीटर लंबा) पारंपरिक मार्ग है, जबकि मध्य कश्मीर के गांदरबल से (14 किलोमीटर) छोटा मार्ग है।

देश के कुछ हिस्सों में 10 जून की हिंसा के खिलाफ विहिप के राष्ट्रव्यापी विरोध के तहत बजरंग दल के प्रदर्शनकारियों ने सुंदरबनी में जम्मू-राजौरी राष्ट्रीय राजमार्ग को लगभग दो घंटे तक अवरुद्ध कर दिया।

कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा लक्षित हत्याओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी चुनौती है और 1947 से एक साजिश का हिस्सा है।

विहिप नेता ने कहा, "पहले सरकारें सहयोगी थीं, लेकिन इस सरकार (भाजपा) ने कई कदम उठाए हैं और समाज भी इसके साथ खड़ा है। मैंने सुना है कि खतरों का सामना करने वालों को जिला मुख्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया है।"

उन्होंने कहा, "सुरक्षा बल 99 बार आतंकवादी हमलों को विफल करने में सफल रहते हैं, लेकिन वे (आतंकवादी) यदि एक हमले को अंजाम देने में भी सफल होते हैं तो यह शांति भंग करने के लिए पर्याप्त है। सरकार ने नए कदम उठाए हैं और मुझे विश्वास है कि बेगुनाहों की जान सुरक्षित रहेगी।"

घाटी में कश्मीरी पंडितों की वापसी और पुनर्वास पर उन्होंने कहा कि सरकार इस दिशा में कदम उठा रही है।

भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा को दी जाने वाली धमकियों के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "अगर कोई हाथ उन तक पहुंचने की कोशिश करता है, तो वह हाथ काट दिया जाएगा।"

उन्होंने कहा कि शर्मा और जिंदल दोनों को खतरों के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि च्देश 56 इंच के सीने वाले एक व्यक्ति के नेतृत्व में कानून के शासन से चलता है।"

इससे पहले, कुमार ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया और कहा, "2022 का भारत अलग है और ऐतिहासिक गलतियों को संविधान और देश के कानून के अनुसार ठीक किया जाएगा।"


 


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Content Writer

Monika Jamwal

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