सिंघु बॉर्डर पर किसानों के खिलाफ उतरे गांववाले, हाइवे खाली करने की मांग...पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा
punjabkesari.in Thursday, Jan 28, 2021 - 03:07 PM (IST)
नेशनल डेस्क: गणतंत्र दिवस पर लाल किले को आहत करने और तिरंगे का अपमान करने को लेकर देशभर में किसानों के खिलाफ गुस्से की लहर है। हर कोई ट्रैक्टर मार्च की आड़ में किसानों की गणतंत्र पर की गई हिंसा की निंदा कर रहा है। इसी बीच गुरुवार को सिंघु बॉर्डर के पास रहने वाले गांव के लोग किसानों के खिलाफ नारेबाजी करते हुई हाईवे पर आ गए। गांव वालों ने किसानों को सिंघु बॉर्डर खाली करने को कहा है। गांवालों ने कहा कि हमारे लिए सबसे पहले देश और तिरंगे का सम्मान है और इसका अपमान बर्दाश्त नहीं होगा। भारी संख्या में लोगों के सिंघु बॉर्डर आने को लेकर दिल्ली पुलिस ने हाईवे पर सुरक्षा बढ़ा दी।
#WATCH | Delhi: Group of people claiming to be locals gather at Singhu border demanding that the area be vacated.
— ANI (@ANI) January 28, 2021
Farmers have been camping at the site as part of their protest against #FarmLaws. pic.twitter.com/7jCjY0ME9Z
गांव वालों के साथ हिंदू सेना संगठन के लोग भी सिंघु बॉर्डर पर पहुंच गए। सिंघु बॉर्डर पर पिछले 60 से ज्यादा दिनों से किसान डटे हुए हैं। बॉर्डर बंद होने का कारण भी लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि गणतंत्र दिवस पर किसानों ने दिल्ली में काफी हंगामा किया और लाल किले की प्राचीर पर दूसरे धर्म के झंडे के साथ किसानों का भी झंडा लगाया। इतना ही नहीं किसानों ने लाल किले को काफी नुकसान भी पहुंचाया और वहां तोड़फोड़ की। पुलिस पर भी किसानों ने हमला किया और इसनें 300 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। दिल्ली में किसानों की हिंसा के खिलाफ अब पुलिस ने भी एक्शन लेना शुरू कर दिया है।
दिल्ली पुलिस ने किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा को लेकर योगेंद्र यादव और बलबीर सिंह राजेवाल समेत 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी किया है और पूछा है कि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए। अधिकारियों ने गुरुवार को इस बारे में बताया। एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने इन किसान नेताओं से तीन दिन में अपना जवाब देने के लिए कहा है। उन्होंने बताया कि किसान नेताओं को यह नोटिस इसलिए जारी किया गया है क्योंकि उन्होंने मंगलवार को ट्रैक्टर परेड के लिए तय दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया।