यात्रा मार्ग पर घोड़ो की तलाश करते नजर आए श्रद्धालु, दिन ब दिन बढ़ रही है घोड़ा चालको द्वारा अधिक बसूली की शिकायतें

punjabkesari.in Saturday, Jul 09, 2022 - 05:11 PM (IST)

कटड़ा (अमित): शनिवार को खराब मौसम के चलते मां वैष्णो देवी के दर्शन को आए श्रद्धालुओं को काफी हद तक दिक्कतों का सामना करना पड़ा। खराब मौसम के चलते यहां एक और हेलीकॉप्टर सेवा भी लगभग प्रभावित रही। बही श्राइन बोर्ड प्रशासन द्वारा नए मार्ग  पर पत्थर गिरने के चलते नए मार्ग को एहीयातन बंद रखा गया। जिस कारण उक्त मार्ग पर चलने वाली बैटरी कार सेवा भी प्रभावित हुई। वही यात्रा के लिए एक्मात्र बचा विकल्प घोड़ा चालको की मनमर्जी  ब अधिक बसूली के कारण श्रद्धालु काफी परेशान नजर आए। 


इस संबंध में बात करते हुए दर्शनों को जालंधर से आए राहुल पूरी ,तुषार पूरी आदि ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ वैष्णो देवी यात्रा के लिए आए थे। और उन्होंने पहले से ही बैटरी कार की बुकिंग करवाई थी। पर खराब मौसम के चलते श्राइन बोर्ड प्रशासन द्वारा नए मार्ग को बंद कर दिया गया ,और बैटरी कार सेवा भी प्रभावित हो गई। वहीं उन्होंने बताया कि जिसके बाद उन्होंने लगातार ३ घंटे तक अर्द्ध कुवारी से भवन  जाने के लिए घोड़ो की तलाश की पर कोई भी घोड़ा चालक जाने के लिए तैयार नहीं हुआ।


 उन्होंने बताया कि उन्होंने घोड़ों की शिकायत को लेकर मौके पर श्राइन बोर्ड के मौजूद सहायकों से भी बात की पर उन्होंने यह कह कर टाल दिया कि वह अर्द्धकुवारी से नीचे बने कॉउंटर पर जाकर घोड़ो को तलाशने का प्रयास करें।


पुरी ने बताया कि एक तो खराब मौसम के कारण पैदल करना काफी जोखिम भरा नजर आ रहा है वहीं दूसरी ओर घोड़ा ना मिलने से उनके परिवार के लिए यात्रा करना काफी मुश्किल हो गया है। इंग्लिश श्राइन बोर्ड प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि उन्हें घोड़ा चाल को के लिए कोई ठोस नीति बनानी चाहिए ताकि दर्शनों को आए श्रद्धालुओं को घोड़ों की तलाश के लिए इधर उधर  भटकना ना पड़े।

घोड़ा संचालन के किये श्राइन बोर्ड ने निजी कंपनी को दी है ज़िमेदारी
 माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर घोड़ा संचालन की जिम्मेदारी को श्राइन बोर्ड प्रशासन द्वारा निजी कंपनी जीमेक्स को सौंपा गया है। यह कंपनी घोड़ा चालको से टैक्स बसूलते हुए उन्हें चलाने के कार्य करती है। पर सूत्रों की माने तो यह कंपनी भी घोड़ा चालको द्वारा वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर घोड़ों चालको द्वारा श्रद्धालुओं से हो रही अधिक वसूली को रोकने में विफल है।
सूत्र बताते है की वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर एसपीसिए के एहत ४१९७ घोड़ा चालक पंजीकृत है। जिनमे से एक अनुमान के तहत प्रतिदिन १७०० घोड़े ही कार्य करते है। बही हर रोज माँ वैष्णो देवी को आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ३० हजार से अधिक ही रहती है। यात्रा अधिक होने ब घोड़ा चालकों की संख्या कम रहने के चलते यह घोड़ा चालक अक्सर अधिक बसूली की मांग करते नज़र आते है।

आखिर क्या कुंभकर्णी नींद सोया है श्राइन बोर्ड प्रशाशन
वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर घोड़ा चालकों द्वारा श्रद्धालुओं से की जा रही अधिक वसूली के मामले में आखिर क्यों श्राइन बोर्ड प्रशासन क्यों कुंभ करने नहीं सोया हुआ है। हर मंच पर श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा प्रदान करने का दावा पेश करने वाला श्राइन बोर्ड घोड़ा संचालन में क्यों कोई ठोस जिम्मेदारी नहीं निभाता और श्रद्धालुओं को अधिक वसूली के मामलो पर रोक नही लगता। यह सवाल हर उस श्रद्धालु के मन में बना हुआ है जो वैष्णो देवी यात्रा के दौरान घोडा चालकों की मनमर्जी सहित अधिक वसूली का शिकार होता है। दिल्ली से दर्शनों को आए श्रद्धालु सुंदर सिंह, प्रमोद, राकेश कुमार आदि का कहना था कि वह हर मां वैष्णो देवी में नमन कर आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आते हैं पर यात्रा के दौरान घोड़ा चालकों की मनमर्जी पर अधिक वसूली की शिकायत उन्हें अक्सर परेशान करती है। उन्होंने बताया कि जब इस संबंध में यात्रा मार्ग पर तलाक श्राइन बोर्ड कर्मियों से बात करने का प्रयास किया जाता है तो वह अपना पल्ला झाड़ देते हैं।


क्या कहते है श्राइन बोर्ड के आला अधिकारी
यात्रा मार्ग पर घोड़ा चालकों द्वारा मनमर्जी अधिक वसूली की शिकायत को लेकर हमने सीईओ श्राइन बोर्ड से बात करने का प्रयास किया तो उन्होंने फोन ही नहीं उठाया। वही जब इस मामले को लेकर श्राइन बोर्ड के एडिशनल सीईओ से संपर्क साधा गया तो उन्होंने फोन पर बात करते हुए जब घोड़ा चालकों की बात की गई तो उन्होंने फोन ही काट दिया। इससे साफ जाहिर होता है कि वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर घोड़ा चालकों की मनमर्जी से अधिक वसूली के पीछे श्राइन बोर्ड की शह है।
 


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Content Writer

Monika Jamwal

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