बिना कहे भारत-चीन सीमा विवाद में कूदे ट्रंप, बोले- मध्यस्थता को तैयार अमेरिका

punjabkesari.in Wednesday, May 27, 2020 - 05:43 PM (IST)

नेशनल डेस्कः अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और चीन के बीज सीमा विवाद की मध्यस्थता की पेशकश की है। ट्रंप ने कहा कि हमने भारत और चीन के संदेश भेज दिया है कि अमेरिका दोनों के बीच जारी सीमा विवाद की मध्यस्थता के लिए तैयार है। ट्रंप  ने ट्वीट कर कहा कि हम भारत और चीन दोनों को यह जानकारी देना चाहते हैं कि अमेरिका दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को सुलझाने में मध्‍यस्‍थता के लिए तैयार है। यदि दोनों देश इस बात के लिए राजी हों तो हम ऐसा कर सकते हैं। धन्‍यवाद।
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हांगकांग के साथ अमेरिका
इससे पहले डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन को लेकर इस सप्ताह के अंत तक कोई बड़ी घोषणा करने का वादा किया हैं और संकेत दिया है कि वह चीन को दंडित करने के बारे में हो सकता है। ट्रम्प ने मंगलवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'हम कुछ करने जा रहे हैं और मुझे लगता है यह आप लोगों को पसंद आएगा लेकिन इसकी घोषणा मैं आज नहीं करूंगा।' गौरतलब है कि चीन की नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) के वार्षिक सत्र में शुक्रवार को सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी ने हांगकांग में कथित अलगाववादी, विध्वंसक और आतंकवादी गतिविधियों के अलावा विदेशी हस्तक्षेप पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक नया राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का प्रस्ताव पेश किया था।
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सीमा विवाद पर पीएम मोदी ने की हाईलेवल मीटिंग
लद्दाख सीमा पर चीन के साथ पिछले कुछ दिनों से चले आ रहे गतिरोध के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के साथ आज बैठक में स्थिति की समीक्षा की।  मोदी की बैठक से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी जनरल रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक में लद्दाख में चीन सीमा पर सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा की। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री ने डोभाल , जनरल रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ पिछले कुछ दिनों से लद्दाख में चीन से लगती सीमा पर दोनों सेनाओं के बीच उत्पन्न तनाव और इस बारे में सेना के रूख की जानकारी ली।
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उल्लेखनीय है कि दोनों सेनाओं के बीच पेगांग झील क्षेत्र में गत 5 और 6 मई को हुई मामूली झड़प के बाद से दोनों ओर के सैन्य अधिकारियों की करीब पांच बैठकें हो चुकी हैं लेकिन स्थिति सामान्य नहीं हो सकी है। इस बीच दोनों देशों के विदेश मंत्रालयों के अधिकारी भी संपर्क बनाये हुए हैं लेकिन अभी तक दोनों पक्षों के बीच किसी तरह की सहमति नहीं बन पायी है। चीन दौलत बेग ओल्डी क्षेत्र में संपर्क के लिए भारत द्वारा बनायी जा रही सड़क का कड़ा विरोध कर रहा है जबकि भारत का कहना है कि वह यह सड़क अपनी सीमा के भीतर बना रहा है और चीन को इस पर ऐतराज नहीं होना चाहिए।         


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Yaspal

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